विधायक ने खोला एसपी के खिलाफ मोर्चा, अपराध के खिलाफ 1 जून को बक्सर बंद
सिटी पोस्ट लाइव, बक्सर : जन अदालत लगाकर नेताओं को तो आपने अक्सर जनता की समस्याओं को सुनते और उसका समाधान करते देखा होगा, लेकिन बक्सर का जन अदालत अपने आप में अनोखा है। यह जन अदालत लगाया है बक्सर सदर विधायक संजय तिवारी ने। विधायक के जन अदालत में अलग अलग राजनीतिक संगठनों और बक्सर के तमाम वैसे व्यवसायिक वर्ग के लोग भी शामिल हैं जो कहीं न कहीं बक्सर में बढ़ती अपराध की घटनाओं को लेकर चिंतित हैं।
बक्सर में लगातार अपराध के ग्राफ में वृद्धि और कानूनी कार्रवाई के नाम पर हवा-हवाई का हवाला देते हुए बक्सर विधायक संजय तिवारी ने एसपी राकेश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधायक ने बढ़ते अपराध को लेकर 1 जून को बक्सर बंद का भी ऐलान किया है। उससे पहले उन्होंने एक जन अदालत के माध्यम से बक्सर के लोगों को एक मंच पर लाने की कोशिश भी की है। गौरतलब है कि इससे पहले बक्सर से कांग्रेस सदर विधायक संजय तिवारी ने बक्सर एसपी राकेश कुमार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सरकार से उनके तबादले तक की मांग की थी।
विधायक ने कहा कि जनता के बीच मैं जिस वादे के साथ चुनाव जीत कर आया था जनता की उम्मीदों पर कभी पानी नहीं फिरने दूंगा। उन्होंने कहा कि मैं बक्सर की आवाज हूं और बक्सर की जनता की आवाज बनकर हमेशा उनके लिए खड़ा रहूंगा। विधायक ने कहा कि बक्सर एसपी के खिलाफ पहले 1 दिन का बंद का ऐलान किया गया है उसके बाद आक्रोश मार्च का भी आयोजन किया जाएगा और अगर जरूरत पड़ी तो बक्सर एसपी के खिलाफ आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
दरअसल बक्सर विधायक जनता की अदालत में उन तमाम तैयारियों के साथ आए थे जिससे वह जनता के सामने एसपी के कार्यकाल में हुए अपराधों की पोल खोल सके। हाथों में अपराधिक घटनाओं की सूची लिए विधायक ने जनता को बताया कि बक्सर एसपी के कार्यकाल में ना केवल अपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं बल्कि उन्हें अब इस बात का बिलकुल भरोसा नहीं है कि एसपी राकेश कुमार के रहते जनता सुरक्षित रहेगी।
विधायक संजय तिवारी यहीं नहीं रुके उन्होंने बक्सर एसपी को भ्रष्ट बताते हुए उनके नेतृत्व में बक्सर पुलिस पर अवैध उगाही के अलावे शराब तस्करी और बालू माफियाओं के साथ भी गठजोड़ होने का आरोप लगाया। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री ने नंदन गांव में उनके ऊपर हुए हमले के बाद एसपी को हटाने का आश्वासन दिया था बावजूद इसके अब तक बक्सर एसपी को हटाया नहीं जा सका। बहरहाल विधायक द्वारा एसपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिए जाने के बाद चर्चाओं का बाजार पूरी तरह से गर्म हो चुका है। अब ऐसे में यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि यह मामला आगे और क्या रंग लाता है।