मंगल पाण्डेय ने कहा-नहीं हुई इन्सेफेलाइटिस से किसी बच्चे की मौत, मामले पर विभाग गम्भीर
सिटी पोस्ट लाइव : हर साल की तरह इस साल भी बारिश के साथ गर्मी की शुरुवात होने के साथ ही तिरहुत ईलाके में खासतौर पर मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों में इन्सेफेलाइटिस से बच्चों की मौत की खबर आने लगी है. मौत का ये सिलसिला जारी है. लेकिन सरकारी महकमा इस बात को मानने को तैयार नहीं है. सूबे के सीएम ने जहां इस मामले पर विभाग के प्रधान सचिव को ध्यान देने की नसीहत दी तो वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने इन मौतों का कारण कुछ और बताया.
स्वास्थ मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि अभी तक 11 बच्चों के मौत की पुष्टि हुई है लेकिन इसमें एईएस यानि इनसेफेलाइटिस से अभी तक किसी बच्चे की मौत नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि 10 बच्चों की मौत हाईपोगलेसिमिया से हुई है, जबकि एक बच्चे की मौत जापानी इनसेफेलाइटिस से हुई है. उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत को लेकर विभाग गम्भीर है.
इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने भी कहा था कि बच्चों की मौत पर सरकार चिंतित है और इससे कैसे निपटा जाए इस पर काम चल रहा है. सीएम ने मुख्य सचिव को AES पर खुद नजर रखने का निर्देश दिया. सीएम ने कहा कि इस बीमारी को लेकर जागरुकता फैलाने की जरुरत है. सीएम ने यह साफ किया कि ये बीमारी जापानी इंसेफेलाइटिस नहीं है बल्कि AES (एक्यूट इन्सेफेलाइटिस) है. इससे 12 जिले और 222 प्रखंड प्रभावित हैं.
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