सिटी पोस्ट लाइव: जातिगत जनगणना को लेकर आये दिन बहस छिड़ी रहती है. आये दिन सियासत में यह मुद्दा उठता रहता है. इस बीच राजद सुप्रीमो लालू यादव का गुस्सा जातिगत जनगणना को लेकर एक बार फिर से फूट पड़ा है. जिसके बाद उन्होंने ट्विटर के जरिये अपना भड़ास निकाला. लालू यादव ने ट्वीट कर लिखा कि, “जनगणना में साँप-बिच्छू,तोता-मैना,हाथी-घोड़ा,कुत्ता-बिल्ली,सुअर-सियार सहित सभी पशु-पक्षी पेड़-पौधे गिने जाएँगे लेकिन पिछड़े-अतिपिछड़े वर्गों के इंसानों की गिनती नहीं होगी। वाह! BJP/RSS को पिछड़ों से इतनी नफ़रत क्यों? जातीय जनगणना से सभी वर्गों का भला होगा।सबकी असलियत सामने आएगी।“
जनगणना में साँप-बिच्छू,तोता-मैना,हाथी-घोड़ा,कुत्ता-बिल्ली,सुअर-सियार सहित सभी पशु-पक्षी पेड़-पौधे गिने जाएँगे लेकिन पिछड़े-अतिपिछड़े वर्गों के इंसानों की गिनती नहीं होगी। वाह!
BJP/RSS को पिछड़ों से इतनी नफ़रत क्यों? जातीय जनगणना से सभी वर्गों का भला होगा।सबकी असलियत सामने आएगी।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 24, 2021
लालू यादव इतना पर ही नहीं रुके. उन्होंने एक और ट्वीट कर लिखा कि, “BJP-RSS पिछड़ा/अतिपिछड़ा वर्ग के साथ बहुत बड़ा छल कर रहा है। अगर केंद्र सरकार जनगणना फ़ॉर्म में एक अतिरिक्त कॉलम जोड़कर देश की कुल आबादी के 60 फ़ीसदी से अधिक लोगों की जातीय गणना नहीं कर सकती तो ऐसी सरकार और इन वर्गों के चुने गए सांसदों व मंत्रियों पर धिक्कार है। इनका बहिष्कार हो।“ बता दें कि, जातिगत जनगणना को लेकर इससे पहले भी लालू यादव का गुस्सा फूटा था.
BJP-RSS पिछड़ा/अतिपिछड़ा वर्ग के साथ बहुत बड़ा छल कर रहा है। अगर केंद्र सरकार जनगणना फ़ॉर्म में एक अतिरिक्त कॉलम जोड़कर देश की कुल आबादी के 60 फ़ीसदी से अधिक लोगों की जातीय गणना नहीं कर सकती तो ऐसी सरकार और इन वर्गों के चुने गए सांसदों व मंत्रियों पर धिक्कार है। इनका बहिष्कार हो।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 24, 2021
बता दें कि, पिछले दिनों जातिगत जनगणना का मामला काफी गहराया हुआ था. वहीं, एक बार फिर से यह गहराता नजर आ रहा है. इस बीच बड़ी खबर सामने आ रही थी कि, केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वह ऐसा कोई निर्देश न दे जिसमें 2021 की जनगणना में OBC को शामिल किया जाए. वहीं, इसके बाद से एक बार फिर से बिहार की सियासत में उबाल आ गया है.
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