सिटीपोस्टलाईव:ये कैसी आजादी है .तीन दिनों के पेरोल पर तीन दिनों के लिए सशर्त रिहा किये गए लालू यादव हमेशा निगरानी में हैं.ये निगरानी डाक्टरों की नहीं बल्कि पुलिस की है.पेरोल की शर्तों के अनुसार वो पटना से बाहर नहीं जा सकते और ना ही किसी तरह की बयानबाजी कर सकते हैं.वे वैवाहिक कार्यक्रम के अलावा किसी अन्य कार्यक्रम में भाग नहीं ले सकते.उन्हें किसी राजनीतिक या सामाजिक मुद्दे पर मीडिया से बात भी नहीं करना है. शादी के अलावा किसी प्रकार का बयान सोशल, प्रिंट या इलेक्ट्रानिक मीडिया में लालू यादव जारी नहीं कर सकते . शर्तों के उल्लंघन पर पेरोल को रद कर उन्हें तत्काल वापस बुलाया जा सकता है.
कई तरह की बीमारियों से घिरे लालू बेहद कमजोर नजर आ रहे हैं. उन्हें एयरपोर्ट से गाड़ी तक आने के लिए व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ा. हालांकि पटना रवाना होने से पहले रांची के डॉक्टरों ने उनकी सेहत से सम्बंधित जो रिपोर्ट जारी किया था उसके अनुसार उनका बीपी 130/70 और शुगर फास्टिंग में 137 है .स्वाथ्य में सुधार को देखते हुए उन्हें यात्रा के लिए फिट बताया गया और पेरोल पर पटना आ सके हैं.जैसे ही लालू यादव अपने परिवार के बीच आये उनकी आँखों में आंसू छलक आये.