खेमका हत्याकांडः सियासत में रसूख बढ़ा रहा था मस्तू वर्मा, राजनीति में एंट्री की थी तैयारी
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार के बहुचर्चित व्यवसायी गुंजन खेमका हत्याकांड मामले में पुलिस के हत्थे चढ़ा मस्तू वर्मा की कहानी उन दूसरे अपराधियों से बिल्कुल अलग नहीं है जो राजनीति को अपनी शरण स्थली समझते हैं। अपराध की जिंदगी भारी पड़ने लगती है तो ज्यादातर अपराधी सियासत को अपनी शरणस्थली समझते हैं इसलिए देश में ऐसे नामों की फेहरिस्त बहुत लंबी है जिन्होंनें अपराध की दुनिया छोड़कर या आपराधिक बाहुबल के दम पर राजनीति में एंट्री ली है। मस्तू वर्मा भी यही करना चाहता था। सोशल मीडिया पर बिहार के कई बड़े नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें हैं। वो कई राजनीतिक बैठकों और राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होता रहा है। जिन राजनेताओं के साथ मस्तू वर्मा की तस्वीरें हैं हम वो तस्वीरें या उन नेताओं के नाम आपको नहीं बता रहे क्योंकि हम अपनी जिम्मेवारी समझते हैं। बहुत हद तक संभव है कि जिन राजनेताओं के साथ मस्तू वर्मा की तस्वीर है उन नेताओं को खुद हीं उसके आपराधिक इतिहास का पता नहीं रहा हो। पूरी संभावना है कि मस्तू वर्मा नेताओं के बीच अपनी साख स्थापित कर अपने रसूख को और बढ़ाना चाहता हो।
अपराध और अपराधी सियासत का संरक्षण चाहते हैं और उन्हें मिलता भी रहा है मस्तू वर्मा क्या चाहता था और उसे सियासत का संरक्षण मिलता रहा है या नहीं यह पुलिस की जांच में सामने आ जाएगा लेकिन साफ तौर पर तस्वीरों से यह जाहिर होता है कि मस्तू वर्मा की तैयारी भी राजनीति में एंट्री की थी। उसने अपनी पत्नी को वार्ड नंबर 62 से चुनाव भी लड़वाया था लेकिन वो हार गयी थी। सोशल मीडिया पर मस्तू वर्मा ने खुद को प्राॅपटी एंव रियल स्टेट का बिजनेस करने वाला बताया है। कहा जाता है कि प्राॅपटी के धंधे में उसने खूब पैसा कमाया और अपने मंहगे शौक को पूरा किया। मस्तू वर्मा ने हाल हीं में आॅडी कार खरीदी थी जिसकी अनुमानित कीमत तकरीबन 40 लाख है। वो गले में कई भारी-भरकम सोने की चेन पहनता है। घूमने-फिरने का भी बेहद शौकीन मस्तू वर्मा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहा है उसने जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रखी है उससे यह लगता है वो राजनीति में एंट्री की तैयारी कर रहा था इसलिए सियासत के गलियारों में अपनी पहुंच बढ़ाने की हर संभव कोशिश में जुटा था। वो राजनीतिक कार्यक्रमों में भाग लेता और राजनेताओं के साथ अपनी तस्वीरों को भुनाता।
किसी तस्वीर में वो प्रसिद्ध पाश्र्व गायकके साथ तो किसी तस्वीर में दूसरे बड़े नेताओं के साथ दिखाई पड़ रहा है। मस्तु ने 2017 में पटना नगर निगम के वार्ड पार्षद चुनाव में वार्ड नंबर 62 से अपनी पत्नी पम्पी वर्मा को खड़ा किया था पर वह चुनाव हार गई थी। गौरतलब है कि गुंजन खेमका की हत्या बीते 20 दिसम्बर को तब कर दी गइ्र थी जब वह पटना से हाजीपुर के इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित अपने फैक्ट्री जाने के क्रम में फैक्ट्री के मुख्य,ार पर अपनी गाड़ी और ड्राइवर के साथ पहुंचे थे। तभी मुख्य द्वार पर ही घात लगाए एक अपराधी ने कार में ही उन्हें गोली मार दी जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में चार दिनों पूर्व मस्तु वर्मा और उसके एक सहयोगी राहुल आनंद उर्फ चीकू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।