सिटी पोस्ट लाइव, मथुरा: जनपद में 14 दिन के प्रवास पर सांसद हेमा मालिनी आईं हुई हैं। प्रतिदिन उनके कई कार्यक्रम जनपद में आयोजित हो रहे हैं, उनका मानना है कि अगर कोरोना समय नहीं आया हुआ होता तो शायद ब्रज के सभी कार्य प्रगति पर होते। उन्होंने ब्रज के लोक कलाकारों की पीड़ा देख उनके साथ विचार विर्मश किया। उन्होंने कहा वह स्वयं भी एक कलाकार हैं और वह कलाकारों की पीड़ा को जानती हैं।
उन्होंने कहा कि कलाकार को कला के प्रति समर्पित होने के साथ-साथ शैक्षिक अध्ययन भी करना आवश्यक है जिससे कि वह कहीं भी जाए तो वह सर्व समाज के साथ बैठकर चर्चा में आत्म विश्वास से चर्चा भी कर सकें।
वृंदावन सांसद हेमा मालिनी द्वारा ब्रज के लोक कलाकारों की इस कोरोना समय में जो समस्याएं हैं उन पर गहन चिंतन और विचार के साथ ब्रज की लोक कला के उत्थान के लिए दावन नगर में एक बैठक आयोजित हुई। इसमें सांसद हेमा मालिनी ने सुझाव मांगे साथ ही अपनी आगामी योजनाओं पर विचार विमर्श किया। मुरारी लाल शर्मा, दानी शर्मा, पंकज खंडेलवाल एवं अनूप शर्मा द्वारा उपस्थित लोक कलाकारों की तरफ से हेमा मालिनी का स्वागत अभिनंदन किया गया।
बैठक में सांसद हेमा मालिनी ने सभी के विचार सुनने के पश्चात कहा कि ब्रज में पारसोली, मुक्ता काशी रंगमंच-मथुरा, जवाहर बाग, मथुरा में एक छोटा ओपन एयर थिएटर, रसखान की समाधि पर एक मुक्तकाशी मंच, वृंदावन में गीता शोध संस्थान के नाम पर एक ऑडिटोरियम व एक मुक्ताकाशी रंगमंच इसीलिए निर्मित किए जा रहे हैं जिससे कि यहां बृज की विभिन्न विधाओं के कार्यक्रम अनवरत आयोजित किए जाते रहे।
उन्होंने कहा कि अगर इस वर्ष यह कोरोना समय नहीं आया हुआ होता तो अब तक बहुत कार्य आगे बढ़ चुके होते। इस विषय में उनके द्वारा फरवरी-मार्च में योजनाएं बनाने के लिए देश के विभिन्न टेक्निकल व्यक्तियों से भी चर्चा कर इस कार्य को आगे बढ़ाने का प्रयास किया गया था जो कोरोना की वजह से रुक गया। इसे पुनः प्रारंभ करना है।
उन्होंने कहा कि जो भी यहां लोक कलाकारों की समस्याएं हैं उसके लिए वह लिखित रूप में व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय संस्कृति मंत्री से मिलकर उनका निदान कराने का प्रयास करेंगी, क्योंकि वह स्वयं भी एक कलाकार हैं और वह कलाकारों की पीड़ा को जानती हैं। हेमा मालिनी ने रास लीला, लोक विधा, रंगमंच, संगीत व स्वांग नौटंकी से जुड़े कलाकारों को अवसर उपलब्ध कराने व उन्हें आगे मंच व प्रशिक्षण प्रदान कराने के लिए आश्वस्त किया।