दिल्ली से सुशांत कुमार की रिपोर्ट .
सिटीपोस्टलाईव : देश में जिस तरह से दलित आन्दोलन की शुरुवात हुई है ,उससे देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिभाशाली छात्र भी बेहद प्राभावित हैं. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) के छात्र रह चुके और वर्तमान में देश की नामी-गिरामी कंपनियों में लाखों करोड़ के सालाना पॅकेज पर काम कर रहे 50 नौजवानों ने अपनी नौकरी छोड़ कर देश की राजनीति में जबरदस्त हस्तक्षेप की यजन बनाई है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) के छात्र पूर्व छात्रों के एक समूह ने अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़ा वर्गों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए अपनी नौकरियां छोड़ दी हैं .अब उन्होंने एक नयी राजनीतिक दल “बहुजन आजाद पार्टी “ बनाई है.इन छात्रों ने चुनाव आयोग में आवेदन दे दिया है बस उन्हें चुनाव आयोग के फैसले का इंतज़ार है.
इस राजनीतिक दल के गठन में अहम् भूमिका नविन कुमार ने निभाई है .नवीन वर्ष 2015 में आईआईटी – दिल्ली से स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं .उनके अनुसार अलग – अलग आईआईटी संस्थानों से पढ़ाई कर चुके और विभिन्न नामी-गिरामी संसथानों में नौकरी कर रहे 50 लोगों के एक समूह ने इस राजनीतिक पार्टी के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी है.गौरतलब है कि इन्होने मंजूरी के लिए चुनाव आयोग में अर्जी डाल दी है.जबतक मंजूरी मिलेगी तबतक ये सारे मेधावी नौजवान पार्टी को खड़ा करने के लिए जी-जान से जमीनी स्टार पर काम कर रहे हैं.सबसे खास बात अभी यह पार्टी 20 19 के चुनाव में नहीं उतरेगी .
दरअसल देश के मेधावी छात्रों का यह राजनीतिक दल इस तर्ज पर काम कर रहा है ताकि उसे देश की राजनीति में आमूलचूल परिवर्तन का परोधा माना जा सके.यह राजनीतिक दल दो साल जमीनी स्तर पर काम करेगा . 2020 के विधान सभा चुनाव में अपना भाग्य आजमाएगा . एससी , एसटी और ओबीसी तबके के सदस्यों की यह पार्टी पिछड़े वर्गों को शिक्षा एवं रोजगार के मामले में उनका वाजिब हक दिलाने के लिए काम करेगी .भीमराव आंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस और एपीजे अब्दुल कलाम इस पार्टी के आइकॉन हैं .इनकी तस्वीरों का वो इस्तेमाल अपनी पार्टी के प्रचार के लिए कर रहे हैं.