तेजस्वी को ‘मांझी’ का अल्टीमेटम, जल्द नहीं बनी काॅर्डिनेशन कमिटी तो जल्द निर्णय ले लेंगे’
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार के पूर्व सीएम और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने महागठबंधन में काॅर्डिनेशन कमिटी की मांग फिर दुहरायी है। सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्यूष से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हम आशान्वित हैं कि काॅर्डिनेशन कमिटी बनेगी। अगर काॅर्डिनेशन कमिटी नहीं बनेगी तो हमलोग अपना रास्ता तय कर लेंगे। ‘मांझी’ ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा, मुकेश सहनी और हमने एक साथ चलने का संकल्प लिया है। हम तीनों महागठबंधन के घटक हैं और हम तीनों की यही डिमांड है कि महागठबंधन में काॅर्डिनेशन कमिटी बननी चाहिए और इसी काॅर्डिनेशन कमिटी की सलाह से महागठबंधन के आंदोलन और राजनीतिक फैसले लिये जाएं। हमको विश्वास है कि जिस तरह से बीजेपी समाज को तोड़ने की बात कर रही है उससे अगर तेजस्वी के मन में कुंठा भी होगी तो उसको किनारे करके वे महागठबंधन में काॅर्डिनेशन कमिटी बनेगी।
मांझी ने कहा कि हम, रालोसपा और वीआईपी पार्टी एकसाथ मिलकर फैसला लेगी। जीतन राम मांझी ने एनआरसी-एनपीआर पर नीतीश कुमार के स्टैंड पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमलोग सीएए-एनआरसी और एनपीआर का लगातार विरोध कर रहे थे। बीजेपी की अहम सहयोगी जेडीयू है और उसके नेता नीतीश कुमार ने जब कह दिया है कि एनआरसी लागू नहीं होगा तो बीजेपी के पास अब कोई चारा नहीं है और उम्मीद है बीजेपी अब कुछ नहीं बोलेगी।
‘मांझी’ ने कहा कि मैं खुद एनआरसी और एनपीआर का विरोध करता रहा हूं लेकिन अब इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार के विरोध के लिए कुछ नहीं है। कल जिस तरह से विधानसभा में एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ विधानसभा से प्रस्ताव पारित हुआ है यह साबित हो गया है कि नीतीश कुमार की सेक्युलर छवि बरकरार है।
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