सिटी पोस्ट लाइव : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने एक तरफ पटना पहुँचते ही ये कह कर बम फोड़ा कि आरजेडी-कांग्रेस मजबूर हैं .कांग्रेस को अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए वहीं दूसरी तरफ वो लालू यादव का हालचाल जानने भी पहुँच गए. अशोक गहलोत आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मिलने उनके आवास पहुंचे. उन्होंने लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना. अपनी इस मुलाकात की तस्वीर उन्होंने अपने ट्विटर पर भी शेयर भी किया है. उन्होंने लिखा है मैं दुआ करता हूं कि लालू जी जल्द स्वस्थ हों.
हालांकि इस मुलाकात में इन दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई, गहलोत ने खुलासा नहीं किया है.लेकिन सियासी गलियारे में अटकलों का बाज़ार गर्म हो गया है. एक तरफ अमित शाह गठबंधन के पेंच सुलझाने पटना पहुंचे हैं वहीँ गहलोत सीटों के बटवारे की तस्वीर साफ़ करने के लिए लालू यादव से मिले हैं. दरअसल, पिछले लोक सभा चुनाव में लालू यादव ने तीन सीट से ज्यादा नहीं देकर कांग्रेस को मजबूर कर दिया था. इसलिए पहले कांग्रेस ने एकेले चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है , दूसरी तरफ लालू यादव को टटोलना भी शुरू कर दिया है. ऐसा मन जा रहा है कि इसी सम्बन्ध में गहलोत लालू यादव से मिले हैं.जाहिर है सीटों के बटवारे को लेकर एनडीए और महागठबंधन दोनों के सहयोगी दल अभी ही तस्वीर साफ़ कर लेने के मूड में हैं.
गौरतलब है कि अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और कांग्रेस के एक महत्वपूर्ण नेता हैं. ऐसे में उन्हें आरजेडी और कांग्रेस को एक मजबूर पार्टी की संज्ञा देकर और अपने बूते पर सरकार बनाने की कोंग्रेस द्वारा कोशिश किये जाने की बात कर न्य सियासी भूचाल ला दिया है.अशोक गहलोत ने ये भी कह दिया कि आरजेडी और जेडीयू के नेता बूढ़े हो गए हैं.इसलिए कांग्रेस को अपने बूते पर चुनाव लड़ने की कोशिश करनी चाहिए.आरजेडी अशोक गहलोत के बयान से हैरान है. आरजेडी नेता भाई बिरेन्द्र ने कहा कि गहलोत कांग्रेस के बड़े नेता हैं. वो ऐसा नहीं बोल सकते. अगर ऐसा कहा है तो यह स्लिप ऑफ़ टांग होगा. उनकी जीभ फिसल गई होगी. बिहार में आरजेडी के बिना कांग्रेस की कोई वजूद नहीं है.
लेकिन अशोक गहलोत के बयान को हल्के में नहीं लिया जा सकता .दरअसल, कांग्रेस को आरजेडी द्वारा पिछले लोक सभा चुनाव की तरह दगा दे दिए जाने का डर सता रहा है. पिछले लोक सभा चुनाव में लालू यादव ने तीन से ज्यादा सीटें देने से मना कर दिया था.कांग्रेस को आखिरकार अकेले सभी 40 सीटों पर उतरना पड़ा था.इसबार भी ऐसा ही न हो जाए, कांग्रेस आलाकमान ने आरजेडी पर दबाव बनाने के लिए अभी से 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है.अशोक गहलोत के बयान को भी राजनीतिक पंडित आरजेडी पर दबाव बनाए की रणनीति से जोड़कर देख रहे हैं.