सिटी पोस्ट लाइव: कोरोना की पहली लहर में जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने अहम् भूमिका निभाई.कोरोना मरीजों की घर घर जाकर सेवा की. संक्रमण के खतरे से बेपरवाह पप्पू यादव ने अस्पताल में जाकर मरीजों को मदद पहुंचाई. किसी को पिसा दिया तो किसी को अस्पताल में भारती करवाया और सैकड़ों लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाइयाँ उपलब्ध करवाई. लेकिन कोरोना के दूसरी लहर के दौरान सेवा करते करते वो जेल पहुँच गये. उनकी रिहाई को लेकर पार्टी के कार्यकर्ता लगातार आन्दोलन कर रहे हैं. आज फिर वो सड़कों पर उतर गए. जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज पटना के कोतवाली थाने में ‘जेल भरो’ प्रदर्शन किया.
मजिस्ट्रेट ने इस प्रदर्शन को अवैध घोषित करते हुए सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. पप्पू यादव की रिहाई की मांग को लेकर रविवार को सैकड़ों की संख्या में जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरा आए. इस प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने कोरोना नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाईं. प्रदर्शन कर रहे ये कार्यकर्ता कोतवाली थाने की ओर जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही पुलिस ने उन्हें रोक दिया. मौके पर एएसपी लॉ एंड ऑर्डर एडीएम और भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे. मजिस्ट्रेट इस प्रदर्शन को अवैध घोषित करते हुए सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है.
लेकिन जाप प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि सरकार के दमन से वो डरनेवाले नहीं हैं.बिहार सरकार ने हमारे नेता को 45 दिनों से जेल में बंद रखा है. हमारे नेता ने जो आंदोलन शुरू किया था भ्रष्टाचार के खिलाफ उसे उनके समर्थक अंजाम तक पहुंचायेगें.उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमारे नेता को रिहा नहीं करेगी, हमारा आंदोलन जारी रहेगा.जाप प्रवक्ता शाहीन परवेज ने कहा कि पप्पू यादव की रिहाई, पेट्रोल-डीजल के मूल्य पर एक्साइज ड्यूटी खत्म करने, युवा बेरोजगारों को महंगाई भत्ता देने, कोरोना से मृत लोगों के परिवार को 4 लाख की मुआवजा राशि देने, कृषि को मनरेगा से जोड़ने, बाढ़ और जलजमाव का स्थायी समाधान देने की मांग के साथ हजारों की संख्या में नेताओं ने गिरफ्तारी दी है. .