बक्सर के गंगा घाटों पर शवों का मिलना अब भी जारी, प्रशासन ने लगाया पहरा, क्या बोले मंत्री

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के बक्सर जिले के गंगा घाटों से शवों का मिलना अब भी जारी है। इसे लेकर जिला प्रशासन ने चौसा के गंगा घाटों पर पहरा लगा दिया है। बात दें नदी से अबतक 83 शवों को निकाला जा चुका है। इस मामले में पुलिस ने अस्वाभाविक मौत की एक एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं यूपी की सीमा पर महाजाल लगा दिया गया है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक 8 से 10 लाशों को महाजाल के जरिए निकाला गया है। वहीं पटना हाईकोर्ट ने बक्सर के पास गंगा नदी में पाए गए शवों के मामले पर राज्य सरकार को आज जवाब देने का आदेश दिया है।

वहीं इस मामले पर पहले जहां जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने मंगलवार को ट्वीट कर शवों के गंगा नदी में मिलने की चर्चा करते हुए कहा कि 4-5 दिन पुराने क्षत-विक्षत ये शव पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से बहकर बिहार आए हैं . वहीं बुधवार को जल संसाधन मंत्री संजय झा ने केंद्रीय मंत्री शेखावत को टैग कर तीन ट्वीट के माध्यम से राज्य सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि केन्द्र सरकार को निश्चय ही देखना चाहिए कि गंगा में शव कहां से आये हैं। जांच में बिहार सरकार की ओर से हर तरह के सहयोग का भी भरोसा दिया है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा है, माननीय मंत्री जीएस शेखावत जी, बिहार की सीमा के पास चौसा में गंगा में जिस तरह से दर्जनों शव तैरते मिले हैं, वह अमानवीय है और मां गंगा का अपमान भी। ये शव कहां से आये हैं, बिहार सरकार इसकी जांच में हर तरह से सहयोग करेगी। दूसरे ट्वीट में कहा है कि बिहार में शव को नदी में प्रवाहित करने की कोई प्रथा नहीं है। आपको पता ही है कि यदि किसी शव को नदी में फेंका जाये तो वह पहले डूबता है और एक समय के बाद तैरते हुए दूर जाकर सतह पर आता है। ये शव भी दूर से आये हैं। डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम में पाया है कि सभी शव 4-5 दिन पुराने हैं।

संजय झा ने अपने तीसरे ट्वीट में कहा है कि बिहार की सीमा के पास, गंगा में दर्जनों शव तैरते मिलने और उससे पवित्र नदी में प्रदूषण फैलने, दोनों से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी आहत हैं। उन्होंने सभी शवों का तय प्रोटोकॉल के अनुरूप अंतिम संस्कार करने और पूरे राज्य में गंगा तट पर गश्ती बढ़ाने के निर्देश दिये हैं।

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