City Post Live
NEWS 24x7

दाने-दाने को मोहताज हैं बिहार के पूर्व CM के परिजन,मदद के लिए आगे आये तेजस्वी.

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

 

सिटी पोस्ट लाइव: आज की राजनीति में कोई एकबार विधायक,संसद या मंत्री बन जाता है,तो अपने सात पुश्त के लिए धन की व्यवस्था कर लेता है.लेकिन बिहार में एक ऐसे CM भी हुए हैं, जिन्होंने सात पुश्त की व्यवस्था की बात तो छोड़ दीजिये, खुद मुफ्सिली का जीवन जीया.बिहार के पूर्व CM स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री (Former CM Late Bhola Paswan Shastri) एक ऐसे ही मुख्यमंत्री थे जिनके परिजन आज भी मुफसिली का जीवन जीने को विवश हैं. लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान पूर्व CM के परिजन दाने-दाने को मोहताज हो गये हैं. परिवार के सामने भुखमरी की स्थिति आ गई है.

जैसे ही ये खबर मीडिया में आई  तेजस्वी यादव ने विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये उनके परिजनों का हालचाल जाना. परिजनों से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की बात बातचीत की. गुरुवार को हुई इस बातचीत के दौरान तेजस्वी ने भोला पासवान शास्त्री के परिजन को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी और पर्याप्त राशन पहुंचवाया.

गौरतलब है कि भोला पासवान शास्त्री पूर्णिया के रहने वाले थे. वे एक बेहद ईमानदार और देशभक्त स्वतंत्रता सेनानी थे. वह महात्मा गांधी से प्रभावित होकर स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सक्रिय हुए थे. बहुत ही गरीब परिवार से आने के बावजूद वह बौद्धिक रूप से काफी सशक्त थे. कांग्रेस पार्टी ने उन्हें तीन बार अपना नेता चुना और वह तीन बार सम्पूर्ण बिहार के मुख्यमंत्री बने.उनका कार्यकाल निर्विवाद था और उनका राजनीतिक व व्यक्तिगत जीवन पारदर्शी था. बीएचयू से शास्त्री की डिग्री हासिल करने के बाद राजनीति में सक्रिय थे. इंदिरा गांधी ने इन्हें तीन बार बिहार का मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री भी बनाया था. मगर इनकी ईमानदारी ऐसी थी कि मृत्यु के उपरांत इनके खाते में इतने पैसे नहीं थे कि ठीक से श्राद्ध कर्म भी करवायी जा सके.

बिरंची पासवान जो शास्त्री जी के भतीजे हैं. उन्होंने ही शास्त्री जी को मुखाग्नि दी थी. दरअसल शास्त्री जी को अपनी कोई संतान नहीं थी. विवाहित जरूर थे मगर पत्नी से अलग हो गयी थीं. पूर्णिया के तत्कालीन जिलाधीश ने इनका श्राद्ध कर्म करवाया था. गांव के सभी लोगों को गाड़ी से पूर्णिया ले जाया गया था चूंकि मुखाग्नि उन्होंने दी थी सो श्राद्ध भी उनके ही हाथों सम्पन्न हुआ.सरकार की ओर से शास्त्री जी के परिजन को इंदिरा आवास मिला है. हालांकि उन्होंने कभी कुछ मांगा नहीं.  पूर्व CM भोला पासवान शास्त्री का कार्यकाल फरवरी 1968 – जून 1968, जून 1969 – जुलाई 1969 और जून 1971 – जनवरी 1972 तक रहा था.

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

Comments are closed.