सिटी पोस्ट लाइव : बालू माफिया से सांठगांठ के मामले में निलंबित हुए आरा के डीएसपी पंकज कुमार रावत के घर हिलसा में आज आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने दो मकानों पर छापेमारी की. जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. दरअसल पंकज कुमार रावत हिलसा के रहने वाले हैं और इनकी आरा में पोस्टिंग थी. उसी दौरान परिवहन विभाग खनन विभाग डीएसपी पंकज कुमार रावत समेत कई विभाग के लोगों के विरुद्ध आर्थिक अपराध इकाई में मामला दर्ज किया गया था.
उसके बाद आर्थिक अपराध इकाई की टीम शनिवार को हिलसा पहुंची. जहां उनके पैतृक गृह मियां विगहा पहुंची. जहां परिवार वालों से पूछताछ के बाद उनके सौतेले भाई अवधेश रावत को लेकर हिलसा के दारोगाकुआं स्थित मकान पहुंची. इस दौरान टीम के सदस्यों द्वारा मकान में रहने वाले लोगों से सख्ती से पूछताछ की और तलाशी ली. हालांकि तलाशी के दौरान वहां से कुछ भी नहीं मिला.
आर्थिक अपराध इकाई के इंस्पेक्टर राम जी प्रसाद ने बताया कि पंकज रावत के ऊपर आर्थिक अपराध इकाई में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था इसी मामले को लेकर साक्षी के लिए जांच और तलाशी की जा रही है | हम आपको बता दें इनके पिता राजेंद्र रावत रेलवे के रिटायर्ड इंजीनियर है.
गौरतलब है पंकज रावत बिहार पुलिस सेवा के अधिकारी हैं और इनकी नियुक्ति सीधे डीएसपी के पद पर हुई थी. बालू कांड में करीब 40 अफसरों पर कार्रवाई हुई है. इन सभी को बिहार सरकार के निर्देश पर पहले ही निलंबित किया जा चुका है. सभी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी चल रही है. ये सभी अफसर फिलहाल आर्थिक अपराध इकाई के राडार पर हैंं. इनमें से कई के खिलाफ संपत्ति की जांच भी हो चुकी है और आने वाले दिनों में इन सभी के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई की टीम कार्रवाई कर सकती है.
नालंदा से व्योम दीपांश की रिपोर्ट