सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बीच चिराग पासवान भावुक हो गये हैं। चुनावी रण में उतरने की घड़ी नजदीक आ गयी है लेकिन सीटों का मसला सुलझता नहीं दिख रहा है। इन सब के बीच पिता की सेहत को लेकर चिराग पासवान खासे चिंतित हैं। इन सब के बीच वे खुद को थोड़ा अकेला महसूस कर रहे हैं।
चिराग पासवान ने कहा कि बिहार चुनाव की तारीख़ों की घोषणा हो गई है। चुनाव आयोग के फ़ैसले का लोक जनशक्ति पार्टी सहर्ष स्वागत करती हैं।साल 2020 के चुनाव बिहार में बेहतरी की नई कहानी लिखेंगे। बिहार चुनाव आदरणीय प्रधानमंत्री के विकसित बिहार के सपने और अपने अभिभावक आदरणीय राम विलास पासवान जी के 50 वर्षों के कार्यों को बिहार वासियों के सामने रखने का अवसर है।चुनाव की घोषणा के इस महत्वपूर्ण अवसर पर थोड़ा भावुक भी हूं।पापा अस्पताल में है और मार्गदर्शन करने वाले उनके शब्दों की कमी महसूस कर रहा हूं।बिहारियों के लिए उनकी कल्पना को साकार करने की कोशिश करूंगा।
चुनाव की घोषणा के इस महत्वपूर्ण अवसर पर थोड़ा भावुक भी हूँ।पापा अस्पताल में है और मार्गदर्शन करने वाले उनके शब्दों की कमी महसूस कर रहा हूँ।बिहारियों के लिए उनकी कल्पना को साकार करने की कोशिश करूँगा।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) September 25, 2020
चिराग पासवान ने आगे लिखा कि पिछले 50 साल में पहली बार ऐसा हुआ है जब आप सब के नेता और मेरे पापा इस चुनाव में बिहार में उपस्थित नहीं हो पाएंगे।मुझे विश्वास है की वो जल्द डिजिटल माध्यम सभी बिहार वासियों से जुड़ेंगे।पिछले कई दिनो में पापा के पुराने दोस्तों व सहयोगियों ने मुझे फ़ोन कर उनका हाल समाचार जाना। सबके मन में पापा के प्रति आदर देख कर उनका बेटा होने पर गर्व होता है।दल-गल राजनीति से उपर उठ कर अधिकांश नेताओं ने भी फ़ोन पर हाल जाना।
एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान पापा का अंश हूं और विपरीत परिस्थितियों में लड़कर जीतना उन्हीं से सीखा है।इस मुश्किल घड़ी में मेरे साथ खड़े होने के लिए आप सब का आभार।जो लोग बिहार पर नाज़ करना चाहते है उन सभी से अपील करता हूँ की बिहार1st बिहारी1st की सोच के साथ आगे आए नया बिहार युवा बिहार बनाए।
बता दें कि विधानसभा चुनावों के एलान के बाद भी अभी तक एनडीए के अंदर सीटों के मसला सुलझ नहीं सका है। सीटों के मुद्दे पर चिराग पासवान एनडीए के अंदर बिल्कुल अलग-थलग पड़ गये हैं। खबरों के मुताबिक बीजेपी 25+2 का फॉर्मूला एलजेपी को दे चुकी है। यानि 25 विधानसभा सीटों के साथ दो विधान परिषद की सीटें उन्हें दी जाएगी। लेकिन चिराग को ये फॉर्मूला कतई मंजूर नहीं है। खबरें तो यहां तक आ रही हैं कि चिराग पासवान एनडीए से बाहर का रास्ता भी देख सकते हैं। हालांकि तमाम कयासों के बीच चुनाव की तारीखों के एलान के बीच पिता का स्वस्थ्य नहीं होना उन्हें सबसे ज्यादा खल रहा है।
पापा का अंश हूँ और विपरीत परिस्थितियों में लड़कर जीतना उन्हीं से सीखा है।इस मुश्किल घड़ी में मेरे साथ खड़े होने के लिए आप सब का आभार।जो लोग बिहार पर नाज़ करना चाहते है उन सभी से अपील करता हूँ की बिहार1st बिहारी1st की सोच के साथ आगे आए नया बिहार युवा बिहार बनाए।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) September 25, 2020
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही चिराग पासवान ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के नाम एक भावुक पत्र लिखा था जिसमें उन्होनें बिहार नहीं आ पाने की अपनी मजबूरी बतायी थी और साथ ही कहा था कि सीटों को लेकर एनडीए के बाकी दलों से कोई बातचीत नहीं हो सकी है, इसके साथ ही नीतीश कुमार के खिलाफ तल्ख रवैया भी उन्होनें दिखाया था। बता दें कि केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान दिल्ली के एक हॉस्पिटल के आईसीयू में एडमिट हैं।