मैं खांटी कांग्रेसी, पिताजी और मेरे लिए लूटे जाते थे 1999 के लोकसभा चुनाव में बूथ

City Post Live - Desk

मैं खांटी कांग्रेसी, पिताजी और मेरे लिए लूटे जाते थे 1999 के लोकसभा चुनाव में बूथ

सिटी पोस्ट लाइव : पिछले कुछ दिनों से लगातार सुर्ख़ियों में रहे नए नवेले कांग्रेसी नेता कीर्ति आजाद का एक नया और विवादित बयान सामने आया है. दरअसल कीर्ति आजाद कांग्रेस में शामिल होने के बाद पहली बार दरभंगा पहुंचे, जहां उनके लिए स्वागत कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस समारोह में कीर्ति आजाद अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. बातों बातों में कीर्ति आजाद अपनी भावनाओं को काबू नहीं कर पाएं और बूथ लूटने की बात कर दी.  कीर्ति ने कहा कि पहले पोलिंग बूथ लूट होती थी और वे भी बूथ लूटा करते थे. इतना ही नहीं उन्होंने खुलासा किया कि 1999 के लोकसभा चुनाव में उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए भी बूथ लूटे गए थे.

कीर्ति आजाद ने खुद को प्रखर कांग्रेसी बताते हुए कहा कि उनके पिता जी के समय में भी बिहार में बूथ लूटा जाता था. कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उन्होंने जोश भरते हुए कहा कि आप लोग मेरे पिताजी के लिए भी बूथ कब्जा करने का काम करते थे और वर्ष 1999 में मेरे लिए भी किया. दरअसल, उस समय बैलेट से चुनाव होता था. सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि न तो मुझे कांग्रेस पार्टी में शामिल होने में कोई परेशानी हुई और न ही कांग्रेसी को मुझे अपनाने में. क्योंकि, मूल रूप से मैं कांग्रेसी परिवार से ही हूं. उन्होंने कहा कि मेरे पिता जी सही कहा करते थे कि मैं 26 साल पहले गुमराह हो गया था.

कांग्रेस में शामिल हुए सांसद कीर्ति आजाद ने मोदी सरकार पर निशाना साधा था. कीर्ति ने कहा था कि मैं पीएम का एक वक्तव्य याद दिलाना चाहता हूं, जब उन्होंने कहा था कि एक के बदले 10 सिर लाऊंगा, लेकिन अगर वो अभी तक एक भी सिर लाये हों तो बताएं. कीर्ति ने कहा था कि यह सबसे पुरानी पार्टी है और यही वो पार्टी है जिसने देश की आन, बान और शान के लिए काम किया है. बता दें इसी कार्यक्रम में अति उत्साही लोग काफी संख्या में मंच पर जा चढ़े जिससे मंच अचानक टूट गया.मंच के टूटते ही मौके पर अफरातफरी मच गई. इस हादस में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, सांसद कीर्ति आजाद बाल-बाल बच गए.

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