CWG 2018 की स्वर्ण पदक विजेता, श्रेयसी सिंह को राज्यपाल ने किया सम्मानित
सिटी पोस्ट लाइव : कॉमन वेल्थ गेम (CWG) 2018 की स्वर्ण पदक विजेता श्रेयसी सिंह को सम्मानित करने के लिए, सोमवार राजधानी पटना के रविंद्र भवन सभागार में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल सत्यपाल मलिक, सुपर थर्टी के आनंद कुमार, सुदर्शन जी महाराज, पूर्व सांसद पुतुल कुमारी, बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह, जदयू सेवा दल के प्रधान महासचिव संजय कुमार सिंह, लाल सिंह समेत दर्जनों गणमान्य लोग उपस्थित थे. सम्मान समारोह में पहल द्वारा श्रेयसी को स्वर्ण मुकुट देकर सम्मानित किया गया. पिछली बार श्रेयसी कॉमनवेल्थ गेम में कांस्य पदक जीतकर लौटी थी तो राज्य सरकार की अनदेखी से क्षुब्ध होकर पहल संस्था ने पटना में कार्यक्रम आयोजित कर श्रेयसी को सम्मानित ही नहीं किया था, बल्कि यह घोषणा भी की थी कि जब बिहार की यह बेटी गोल्ड मेडल जीतकर लौटेगी तो स्वर्ण मुकुट प्रदान किया जाएगा.आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि बिहार प्रतिभाओं की खान है. यहां की प्रतिभाएं देश ही नहीं विदेशों तक अपने सफलता का परचम लहरा चुकी है. बिहार की बिटिया भी बिहार के बेटों से कम नहीं. यह सफलता सिर्फ बिहार के लिए ही नहीं पूरे देश के लिए गौरव की बात है. आयोजक ”पहल” के अध्यक्ष अखिलेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि श्रेयसी द्वारा CWG 2018 में गोल्ड मेडल जीतना न सिर्फ बिहार बल्कि पूरा देश गौरवान्वित हुआ है. उन्होंने कहा कि आज श्रेयसी ने गोल्ड जीता है, वो वक्त दूर नहीं जब बिहार की कई और बेटियां देश को सम्मान दिलाएंगी. इतना ही नहीं अखिलेश ने बिहार के प्रतिभावान खिलाड़ियों के साथ राज्य सरकार की अनदेखी का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि आज राज्य सरकार बिहार के खिलाडियों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. जिसका परिणाम है कि प्रतिभा के होते हुए भी ये निखर कर उभर नहीं पाते हैं.अखिलेश ने पहल संस्था द्वारा राज्य भर में किए जा रहे कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि हम एक ऐसे मिशन पर हैं, जिसकी राह आसान नहीं लेकिन हम हार मानने वालों में से नहीं. पहल संस्था सदैव ऐसे लोगों के साथ खड़ा दिखेगा जिन्हें सच में हमारी जरुरत होगी. वही अपने सम्मान समारोह के मौके पर श्रेयसी ने कहा कि अब उनकी जिम्मेदारियां बढ़ गई है. वे अपने पिता पूर्व रेल राज्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सपनों को साकार करने के लिए जी जान से जुटी हैं. उन्होंने अपने गोल्ड मेडल अपने पिता को ही समर्पित किया है. उसने कहा कि वह चाहती हैं कि बिहार के घर-घर से उनकी जैसी बेटियां निकले. साथ ही श्रेयसी ने कहा कि सरकारी स्तर पर प्रतिभाओं को आगे बढ़ने के लिए उचित सहयोग मिलना चाहिए. ताकि बिहार की बेटियां अपना परचम पूरे विश्व में लहरा सके.