बिहार में जमीन तलाश कर रही कांग्रेस, सभी दलों को साथ आने का न्योता
सिटी पोस्ट लाइव : लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस महागठबंधन से अलग अपनी जमीन तलाश करने में जुट गयी है. इसके लिए पार्टी गांव-गांव घूम कर अपनी मौजूदगी दर्ज करने में लगी है. कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल का कहना है कि अगले कुछ महीनों के भीतर बिहार के सभी पंचायतों और गांवों में पार्टी का संगठन होगा. गोहिल ने कहा, ‘बिहार में हमारा प्रदेश, जिला और प्रखंड स्तर पर संगठन मौजूद है. हमें यह महसूस हुआ कि जब तक हम पंचायतों और और गांवों के स्तर पर संगठन निर्माण नहीं करेंगे तब तक जमीनी स्तर पर हम मौजूदगी दर्ज नहीं करा सकते. इसलिए हमने हर पंचायत में पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त करने और हर गांव में पार्टी की कमेटी बनाने का फैसला किया’.
शक्ति सिंह गोहिल का कहना है कि ‘बिहार में करीब नौ हजार पंचायतें हैं. हर पंचायत के अंतर्गत एक या एक से अधिक गांव हैं. कई पंचायतों में अध्यक्ष की नियुक्ति हो गई है. गांवों में कमेटियां बनाने का काम भी शुरू हो रहा है’. गोहिल ने कहा, ‘अपने पंचायत या गांव में पहचान रखने वाले और अच्छी छवि वाले लोगों को पंचायत अध्यक्ष और कमेटी का सदस्य बनाया जा रहा है. गांव की आबादी के हिसाब से कमेटी में सदस्यों की संख्या तय की जाएगी’. उन्होंने कहा कि पंचायत और गांव के स्तर पर संगठन निर्माण का काम अगले कुछ महीनों में पूरा हो जाएगा. गोहिल ने यह भी कहा, ‘बिहार में हमारे 30 विधायक/विधान परिषद सदस्य हैं. हम इनको जिला प्रभारी बनाएंगे.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी है, इतना ही नहीं लोकसभा के इस सत्र में बीजेपी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर अपने इरादे साफ़ कर चुकी है कि इस बार मोदी सरकार नहीं बनने देंगे. हालांकि कांग्रेस की लगातार हार और राहुल की अगुवाई की कांग्रेस पार्टी को सफलता हाथ लगाने में काफी लम्बी दूरी तय करनी बाकी है. इसलिए पार्टी आलाकमान ने सभी सहयोगी क्षेत्रीय दलों को साथ आने का न्योता दिया है. ताकि आगामी चुनाव में मोदी रथ को रोका जा सके.