सिटीपोस्टलाईव:पटना जिले के दुल्हिन बाज़ार के पीएमसी में बुखार के ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती 10 वर्षीय बच्चे की मौत से बौखलाए लोगों ने अस्पताल में जमकर बवाल काटा .परिजनों का आरोप है कि पीएचसी में डाक्टरों द्वारा इंजेक्शन लगाए जाने के बाद से बच्चे की हालत और बिगड़ने लगी और कुछ ही घंटों में उसकी मौत हो गई .परिजनों ने गलत इंजेक्शन बच्चे को लगाए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया.फिर क्या था ग्रामीण जमा हो गए और बवाल काटना शुरू कर दिया. आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों ने शनिवार को एसएच-2 पर शव रखकर जाम कर दिया.
रकसिया गाव निवासी गोवर्द्धन माझी के पुत्र रोहित कुमार (10 वर्ष) को शनिवार की सुबह तेज बुखार होने की शिकायत पर परिजन पीएचसी लेकर पहुंचे. अस्पताल आने पर डॉ. शहजाद रजा ने बच्चे की जांच की और एनएम से तीन इंजेक्शन लगवाए. इसके कुछ देर बाद ही रोहित की मौत हो गई. गांव में जानकारी पहुंचने के बाद दर्जनों ग्रामीण भी अस्पताल पहुंच गए. जमकर बवाल काटा और डॉक्टर के खिलाफ कारवाई की मांग शुरू कर दी .
बच्चे की मौत से आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों ने बिहटा-पालीगंज एसएच 2 मुख्य पथ पर रकसिया गाव के समीप जाम कर दिया. दो घंटे तक जाम के कारण सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई. सूचना पर बीडीओ संजीव कुमार, प्रखंड प्रमुख रेखा देवी दलबल के साथ पहुंचकर आक्रोशित लोगों को शांत कराकर किसी तरह से जाम खत्म कराया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए पालीगंज भेज दिया.ग्रामीणों का आरोप है कि डाक्टरों की लापरवाही के कारण पहले भी कैबार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. , सिविल सर्जन, पटना प्रमोद कुमार झा ने जाच टीम गठन कर मामले की जाच कराने का आश्वासन दिया है.उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारण का पता चल सकेगा.