सूत्रों के अनुसार लोक सभा में उपेन्द्र कुशवाहा कम से कम पांच सीटें चाहते हैं.अगर इतनी सीटें नहीं मिली तो वो आरजेडी के साथ भी जा सकते हैं.वैसे पहले से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी का लोक सभा में नहीं तो विधान सभा में आरजेडी के साथ समझौता हो सकता है.
सिटी पोस्ट लाईव: ”बिहार एनडीए की बैठक पटना के ज्ञान भवन में शाम सात बजे से शुरू होनी थी.लेकिन बैठक हुई ही नहीं.आखिरी समय में बैठक केवल भोज में तब्दील हो गई.सबने बैठकर खूब चहक कर खाया और अपने अपने घर चल दिए.वैसे भी उपेन्द्र कुशवाहा के इस बैठक में शामिल नहीं होने के बाद ये एनडीए की नहीं बीजेपी जेडीयू की बैठक बन गई थी.उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी के नेता ने आज दोपहर में ही नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.उन्होंने नीतीश कुमार की जगह उपेन्द्र कुशवाहा को एनडीए का मुख्यमंत्री कैंडिडेट घोषित करने की मांग कर दी.नागमनी ने कहा कि अब नीतीश कुमार के चहरे से सरकार नहीं बनने वाली.सूत्रों के अनुसार लोक सभा में उपेन्द्र कुशवाहा कम से कम पांच सीटें चाहते हैं.अगर इतनी सीटें नहीं मिली तो वो आरजेडी के साथ भी जा सकते हैं.वैसे पहले से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी का लोक सभा में नहीं तो विधान सभा में आरजेडी के साथ समझौता हो सकता है.वहां भी बात मुख्यमंत्री की कुर्सी की मांग को लेकर ही अबतक बन नहीं पा रही है.
जब उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी ने नीतीश कुमार पर हमला बोला तो जेडीयू ने भी अपना तेवर और सख्त कर लिया.और ये मानकर कि अब उपेन्द्र कुशवाहा ज्यादा दिन एनडीए के भाग नहीं रहेगें अपने लिए एनडीए पार्ट वन की रतज पर 25 लोक सभा सीटों की मांग शुरू कर दी.जेडीयू के नेता श्याम रजक ने कहा कि 25 लोक सभा और 150 विधान सभा सीटों से कम पर चुनाव लड़ने का कोई सवाल ही नहीं उठता .यानी ज्ञान भवन में बैठक शुरू होने के पहले ही जेडीयू ने बीजेपी को आँख दिखाने की कोशिश शुरू कर दी है.
दो सांसदों वाली जेडीयू जब 25 सीटें मांग रही है ,ऐसे में रामविलाश पासवान अपनी सात जेती हुई सीटों से कम पर तो किसी किमर पर तैयार नहीं होंगें,ये तय है.उनके भाई एएलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति परस पहले ही कह चुके हैं कि सिटींग सीटें छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं उठता .ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या 23 सीटें पिछले चुनाव में जीतने वाली बीजेपी अपने सिटिंग सांसदों का टिकेट काटकर जेडीयू की मांग पूरा करेगी.बीजेपी पार्टी सूत्रों के अनुसार उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए छोड़ भी देते हैं तो भी जेडीयू के लिए 10 से ज्यादा सीटें नहीं मिल पायेगीं .बीजेपी अपने सिटींग सांसदों का टिकेट काटने की गलती नहीं करेगी .