सिटी पोस्ट लाइव: देश के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की स्मृति में प्रताप फांउडेशन की तरफ से पटना के राजीव नगर में पुन्य तिथि मनाई गई . इस कार्यक्रम का उद्घाटन बीजेपी किसान प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह भदोही (यूपी) के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने किया . इस समारोह में केंद्रीय सरकार से चंद्रशेखर जी को भारत रत्न प्रदान करने और चंद्रशेखर जी के नाम पर एक विश्वविद्यालय का स्थापना करने की मांग की गई..
सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि इंसानियत, मानवीय संवेदना के बगैर राजनीति और समाज को पूरा नहीं किया जा सकता है. स्वर्गीय चंद्रशेखर का मानना था कि हर व्यक्ति को अपनी धर्म और मर्यादा में रहा कर काम करना चाहिए. उन्होंने कहा किे इतिहास की गलत व्याख्या के कारण आज देश की सामाजिक समरसता खतरे में है. उन्होंने शूद्र को अछूत कहने वाले लोगों के बहिष्कार की भी बात कही.
मस्त ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का मानना था कि लोकशाही में असहमति को सकती है, लेकिन देश की एकता अखंडता और राष्ट्रीयता में कोई विरोधाभास नहीं होना चाहिए. इसलिए जब आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जब मुख्यमंत्री भी नहीं थे, तब वे चंद्रशेखर से मिलने गए थे. तभी उन्होंने कहा था कि यह व्यक्ति एक दिन देश का नेतृत्व करेगा और देश को ऋषि और कृषि आगे ले जा सकता है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक सुबेदार जी ने कहा कि राजपूत समाज ही इस देश में समरसता कायम कर सकते हैं और समरसता से ही राष्ट्रवाद को मजबूत किया जा सकता है.
सइ दौरान अपने अध्यक्षीय भाषण में पूर्व विधायक सह बीजेपी नेता किशोर कुमार मुन्ना ने कहा कि चंद्रशेखर जैसे लोग राजनीति में कभी–कभी आते हैं. हमें चाहिए कि उनके कार्यों एवं आदर्शों को अपना कर राजनीतिक धारा को लाकर स्वच्छ कर राज्य और देश का विकास करे. मुन्ना ने प्रताप फाउंडेशन को शिक्षा के लिए एक लाख रूपए देने की घोषणा करते हुए कहा कि अपनी जातियों से विलग होकर जो लोग बाहर चले गए हैं उन्हें वापस अपने जाति में समावेशित करने का काम किया जाए.शादी में सारे कार्यक्रम सादगीपूर्वक किए जाएं, दहेज प्रथा को हतोत्साहित किया जाए तथा नौजवानों में शराब के बढ़ते चलन को कम करने के लिए वातावरण का निर्माण हो.