सिटी पोस्ट लाईव : बिहार के आरा जिले में शनिवार की सुबह से ही अखिल भारतीय किसान महासभा के सदस्यों ने जगह जगह पर सड़क पर उतरकर चक्का जाम कर दिया है . अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले इस राज्यव्यापी आंदोलन में किसानों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है . सुबह से ही किसान सड़क पर उतर गए हैं और जमकर प्रदर्शन कर रहें हैं. प्रदर्शन के दौरान अखिल भारतीय किसान महासभा के सदस्यों ने सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि किसानों के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं लेकिन सिर्फ कागजों पर. धरातल पर कुछ नहीं है.
किसानों ने आरोप लगाया कि वो भूखमरी के कगार पर है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. भोजपुर जिले के उदवंतनगर, संदेश, सहार, अगिआंव, पिरो, जगदीशपुर सहित कई जगहों पर अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले किसान सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पिरो में भी चक्का जाम में न सैकड़ों किसान शामिल हुए . चक्का जाम के दौरान प्रदर्शन का नेत्रित्व कर रहे चंद्रदीप सिंह ने कहा कि सोन नहर सहित अन्य नहरों में सिंचाई के लिए समय पर जलापूर्ति व किसानों की कर्ज माफ की जानी चाहिए.उन्होंने मौजूदा सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि यह सरकार पूंजीपतियों की सरकार है. इस सरकार का किसानों से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि सोन के आधुनिकीकरण के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद भी किसानों को सिंचाई के लिए समय पर पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है.
किसानों ने आरोप लगाया कि नहर के भरोसे रहने वाले किसानों के खेत पटवन के अभाव में परती रह जाते हैं. किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिए जाने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी देते हुए कहा कि अब किसान चुप नहीं बैठेगें.राजू यादव के नेतृत्व में उदवंतनगर में चक्का जाम कर रहे किसानों ने कहा कि गेहूं व मक्का सहित तमाम फसलों की सरकारी खरीद शुरू की जाए. दाना नहीं आने से बर्बाद मक्का फसल का अविलंब मुआवजा दिया जाए, चंपारण के गन्ना किसानों का बकाया भुगतान किया जाए .नहरों में पानी देने, बंद पड़े नलकूपों को चालू करने सहित फसलों की लागत का डेढ़ गुना मूल्य देने की मांग किसानों की .