सिटीपोस्टलाईव: सबके चहरे पर आश्चर्य का भाव था .सबके जेहन में केवल एक ही सवाल –क्या ये वहीँ बीजेपी के मेधावी दलित नेता संजय पासवान हैं ? क्या हो गया संजय पासवान को ,ये अहंकार है फ्रस्टेशन है ? ये सारे सवाल केंद्र सरकार में मंत्री रह चुके बीजेपी के दिग्गज नेता ,नव-निर्वाचित विधान पार्षद संजय पासवान को लेकर इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि शनिवार को एक कार्यक्रम में आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ डीएम दिवाकर पर भड़के संजय पासवान हाथापाई पर उतर गए.गुस्से में उन्होंने धक्का-मुक्की तो शुरू कर ही दी साथ ही आर्थिक विशेषज्ञ को जमकर गलिय भी दिया . अव्वल दर्जे का नेता एक थर्ड क्लास गुंडा की तरह सार्वजनिकरूप से गलियाता दिखा .उसे शांत कराने की जब हर कोशिश नाकाम हो गई तो लोगों डीएम दिवाकर को ही वहां से बाहर भेंज दिया.
दरअसल एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल स्टडी में शनिवार को दलितों के उत्थान पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था. कार्यशाला में कुछ विदेशी मेहमान, एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट के अधिकारी और कॉलेज के छात्र शामिल थे. कार्यशाला के शुभारंभ के समय दीप प्रज्वलन के दौरान एकसाथ एक जगह पर खड़े डीएम दिवाकर और संजय पासवान के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हो गई .संजय पासवान अचानक भड़क गए .आखिर डीएम दिवाकर ने ऐसा क्या कह दिया कि संजय पासवान गुस्से से बेकाबू हो गए ,सबके जेहन में यहीं सवाल .संजय पासवान तो अपना पक्ष रखने के मूड में कम खुद फरिय लेने के मूड में ज्यादा दिखे और डीएम दिवाकर की हवा ऐसे निकल गई थी कि अपना पक्ष रखने की हालत में ही नहीं थे.