कांग्रेस के टिकेट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में कई ‘बाहुबली, महागठबंधन में मतभेद जारी
ऐसी खबरें हैं कि कांग्रेस पार्टी आरजेडी के पूर्व नेता और बाहुबली सांसद पप्पू यादव, बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद और बाहुबली नेता अनंत सिंह को लोकसभा चुनाव में मौका दे सकती है.
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार कांग्रेस 3 फरवरी को पटना में होने वाली राहुल गांधी की रैली को ऐतिहासिक बनाने में जोरशोर से जुटी हुई है. कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह इस रैली को हित शो बनाने के लिए ऐड़ी-छोटी को जोर लगाए हुए हैं. वो रैली को हित बनाने के लिए मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की मदद लेने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं. वो अनंत सिंह को मुंगेर से लोक सभा चुनाव लड़ाकर ललन सिंह की चुनौती भी बढाने में लगे हैं.
बाहुबलियों को पार्टी में लाने की जारी कोशिश की वजह और दुसरे कई कारणों महागठबंधन के घटक दलों के बीच मतभेद उभरकर सामने आ रहे हैं. अब तीनबाहुबली नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों को लेकर आरजेडी और कांग्रेस में सियासी दूरी बढ़ने की अटकलें लगने लगी हैं.दरअसल ऐसी खबरें हैं कि कांग्रेस पार्टी आरजेडी के पूर्व नेता और सांसद पप्पू यादव, बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद और बाहुबली नेता अनंत सिंह को लोकसभा चुनाव लड़ाना चाहती है.अनंत सिंह के नाम पर तेजस्वी यादव पहले ही विरोध जता चुके हैं वहीं महागठबंधन के अन्य घटक दल भाकपा माले ने भी अनंत सिंह के कांग्रेस में शामिल होने पर एतराज जाता रहे हैं.
बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के अनुसार लवली आनंद कांग्रेस में बिना शर्त शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि पप्पू यादव और अनंत सिंह के कांग्रेस में शामिल होने पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है. उन्होंने महागठबंधन के नेताओ में विवाद की खबर को प्लांटेड बताया है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही अनंत सिंह के आरजेडी में शामिल होने की खबरों पर तेजस्वी यादव ने अनंत सिंह को एंटी सोशल एलिमेंट करार दिया था. इसके बाद अनंत सिंह की नजदीकियां कांग्रेस की तरफ बढ़ गई थीं. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस उन्हें मुंगेर से अपना टिकट दे सकती है.वैसे अखिलेश सिंह के बीच बचाव के बाद तेजस्वी यादव ने अनंत की मुखाफलत बंद कर दी है.
दूसरी ओर महागठबंधन के घटक भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने भी अनंत सिंह की उम्मीदवारी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि बिहार के कुख्यात माफिया डॉन अनन्त सिंह जो मुंगेर लोकसभा सीट से अपने आप को महागठबंधन के एक उम्मीदवार के रूप में उछाल रहा है.उन्होंने यह भी साफ किया था कि भाकपा- माले किसी भी परिस्थिति में उसकी उम्मीदवारी का समर्थन नहीं करेगी. जाहिर है कांग्रेस अपने हितों के लिए बाहुबलियों का साथ लेती है तो महागठबंधन में मतभेद की नौबत पैदा हो सकती है. दरअसल, पेंच ये भी है कि कई बाहुबली आरजेडी के भी संपर्क में हैं. वो भी उन्हीं सीटों से लड़ना चाहते हैं जिस सीट से कांग्रेस के बाहुबली लड़ना चाहते हैं. टकराहट की असली वजह यहीं बताई जा रही है.