दंगे के आरोपियों से मिलने औरंगाबाद जेल पहुंचे अर्जित.

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सिटीपोस्टलाईव :  केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे  के बेटे अर्जित शाश्वत  जेल से रिहा होने के बाद बिहार बीजेपी का हिंदुत्व का चेहरा बनने में जुट गए हैं.जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद हिंदुत्व का चेहरा बनने के लिए अर्जित शाश्वत सबसे पहले औरंगाबाद जेल पहुंचे जहाँ पर दंगा भड़काने के आरोपी बंद हैं. सम्प्रदायिक तनाव फैलाने के आरोप में बंद सभी प्रमुख अभियुक्तों से मिलने के बाद अर्जित शाश्वत ने कहा कि पुलिस जान बुझकर हिन्दुओं को झूठे मुकदमों में फंसा रही है.उन्होंने सांप्रदायिक तनाव और हिंसा फैलाने के आरोप में बंद हिन्दुओं की रिहाई की मांग करते हुए कहा कि वो इसके लिए बहुत जल्द ही आन्दोलन की शुरुवात करेगें..गौरतलब है कि अर्जित पर भागलपुर के नाथनगर में हिंसा भड़काने का आरोप है. इस मामले में अर्जित कई दिनों तक फरार रहे थे, फिर 31 मार्च को पटना के महावीर मंदिर के पास पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था.

सरेंडर करने के बाद अर्जित की तरफ से दायर अग्रिम जमानत याचिका को कोर्ट ने खारिज करते हुए उन्हें जेल भेंज दिया था . 1 अप्रैल 2018 को  सीजेएम कोर्ट ने अर्जित को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेंज दिया था लेकिन 9 अप्रैल 2018 : अर्जित शाश्वत को एडीजे-4 कोर्ट ने जमानत दे दी और बुधवार को वो जेल से बाहर  हो गए. जेल से बाहर  आते ही अर्जित ने कहा कि सत्य परेशान  हो सकता है लेकिन पराजित नहीं.

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