प्रशांत किशोर के खिलाफ 10 करोड़ के डैमेज शूट का मुकदमा
सिटी पोस्ट लाइव : JDU के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेता और देश के जानेमाने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) के खिलाफ पटना के पाटलिपुत्र थाने में कंटेंट चोरी का मुक़दमा दायर होने के बाद अब यह मामला कोर्ट में भी पहुँच चूका है. प्रशांत किशोर के खिलाफ पटना के सिविल कोर्ट में 10 करोड़ के डैमेज शूट का मुकदमा (Case) दर्ज किया गया है. यह मुकदमा मोतिहारी के रहने वाले शाश्वत गौतम नामक शख्स ने किया है.
शाश्वत गौतम के अधिवक्ता विशाल ठाकुर और दिनकर दुबे के अनुसार प्रशांत किशोर के खिलाफ यह मुकदमा 25 जनवरी को दर्ज हुआ है. इस मामले में सब जज बन के कोर्ट में सुनवाई होगी. लेकिन इसको लेकर अभी कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है.गौरतलब है कि प्रशांत किशोर के खिलाफ पटना के पाटलिपुत्र थाने में एफआईआर दर्ज कराया गया था. मोतिहारी के रहने वाले शाश्वत गौतम ने यह शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता ने पीके पर ‘बात बिहार की’ कंटेंट के नकल का आरोप लगाया है.
दरअसल, शाश्वत गौतम नाम के युवक का आरोप है कि उसने ‘बिहार की बात’ नाम का एक प्रोजेक्ट बनाया था. इस प्रोजेक्ट को आने वाले दिनों में लॉन्च करने की तैयारी थी. इस बीच ओसामा नाम के शख्स ने शाश्वत के यहां से इस्तीफा दे दिया और ‘बिहार की बात’ का सारा कंटेंट उसने प्रशांत किशोर (PK) को दे दिया. ऐसी जानकारी मिल रही है कि शिकायतकर्ता शाश्वत गौतम पूर्व में कांग्रेस के लिए चुनाव के दौरान काम कर चुके है.
पॉलीटिकल वर्कर बनकर काम करने का दावाबता दें कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू का हिस्सा रहे प्रशांत किशोर की राहें अब अलग हो चुकी हैं. पिछले महीने सीएम नीतीश ने उन्हें जेडीयू ने बर्खास्त कर दिया था. पीके अब बिहार में राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर काम करने की बात कह रहे हैं. चुनावी रणनीतिकार के तौर पर अलग-अलग राजनीतिक दलों के साथ काम कर चुके प्रशांत किशोर प्रदेश के युवाओं को जोड़ने के लिए ‘बात बिहार की’ नाम से एक कैंपेन की शुरुआत की है.प्रशांत किशोर ने इस कैंपेन के तहत 10 लाख युवाओं को जोड़ने का दावा किया है.