आकाश .
सिटीपोस्टलाईव सीतामढ़ी के पुरौना धाम को विश्व के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा.यहीं माता जानकी की जन्म-स्थली है .सरकार 48 करोड़ की लागत से माता जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण कराएगी. सीतामढ़ी के पुनौरा ग्राम में हर तरह की आधुनिक सुख सुविधाएँ उपलब्ध कराई जायेगीं .ये तमाम घोषणाएं सीतामढ़ी महोत्सव के मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को की. सीएम ने कहा कि पुनौरा धाम और जानकी मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना सरकार बनाएगी.योजना बनाने के लिए अधिकारियों की एक टीम पुनौरा धाम बहुत जल्द पहुंचेगी.
मंगलवार को सीतामढ़ी महोत्सव में हाजारों की संख्या में लोग पहुंचे .सबसे ज्यादा भीड़ महिलाओं की थी. मंदिर परिसर रामायण पाठ और राम कथा के पाठ से गूँज रहा था .इस मौके पर सुबह में एक भव्य शोभायात्रा निकली गई जिसमे हजारों श्रद्धालू और संत शामिल हुए .सीएम नीतीश कुमार ने कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद 48 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का शिलान्यास भी किया. डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि रामायण काल में बाल विवाह की प्रथा नहीं थी. राजा जनक ने मां सीता की शादी के लिए भगवान शिव के धनुष को तोड़ने की शर्त रखी और उसके बाद विवाह हुआ.सुशिलमोदीनेबाल विवाह रोकने का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि हमें रामायण के रास्ते पर चलते हुए बाल विवाह और दहेज जैसी बुराई से लड़ना होगा .उन्होंने पुनौराधाम को विश्व स्तर का पर्यटन स्थल बनाने का एलान करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महंत की मांग पर रामनवमी के तर्ज पर जानकी नवमी पर भी सार्वजनिक अवकाश घोषित कर एक बहुत बड़ा काम किया है.
बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा कि सीता न होती तो राम मर्यादा पुरुषोत्तम नहीं कहलाते. उन्होंने कहा कि पुनौराधाम के विकास के लिए बिहार सरकार कृतसंकल्पित हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम-जानकी मार्ग बनाया है, जो सीधे अयोध्या से जनकपुर धाम सीतामढ़ी व सुरसंड होते हुए जायेगा. इसका डीपीआर तैयार हो चूका है और कम भी इस वर्ष के अंत तक कार्य प्रारंभ हो जायेगा.