गिद्धौर से संगीता पार्वती की रिपोर्ट .
कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर बिहार की बेटी श्रेयसी सिंह ने अपने प्रदेश बिहार के साथ देश का नाम तो दुनिया भर में रौशन किया ही है साथ ही अपने पिता के सपने को भी पूरा किया है. श्रेयसी के स्वर्गीय पिता दिग्विजय सिंह भी नेशनल राइफल एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं .2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लेने भी वो लन्दन गए थे ,जहाँ ब्रेन हैमरेज होने से उनकी मौत हो गई थी.
अपने पिता के सपने को तो उन्होंने पूरा कर दिया .लेकिन उनकी राजनीतिक विरासत को भी वो आगे बढ़ायेंगी ? श्रेयसी कहती हैं-“राजनीतिक परिवार से हूँ.बिहार और देश की राजनीति की समझ रखती हूँ .मुझे राजनीति से कोई परहेज नहीं .लेकिन मैं चाहती हूँ कि मैं जनता तय करे कि मुझे क्या करना है “. जाहिर है राजनीति में आने का ईरादा है लेकिन वो चाहती हैं कि यह मांग जनता की तरफ से हो .गौरतलब है कि उनके पिता दिग्विजय सिंह अपने जमाने के दिग्गज राजनेता रह चुके हैं .उनके देहांत के बाद उनकी माता उनकी राजनीतिक विरासत को बचाकर रखे हुई हैं.उनकी माता संसद भी रह चुकी हैं .अब श्रेयसी के कंधे पर अपने परिवार की राजनीतिक विरासत संभालने की जिम्मेवारी है और इसके लिए वो पूरी तरह से तैयार दिख रही हैं.
अभी से उनके राजनीति में आने की पृष्ठभूमि तैयार होने लगी है. उनके गावं में जश्न का माहौल है.उनके जमुई जिला स्थित गावं गिद्धौर में लोग अभी से उन्हें चुनाव में उतारने की मांग करने लगे हैं.गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही राजनेता बधाई देने के बहाने उनके संपर्क में आने लगे हैं.ज्यादा उम्मीद है कि नीतीश कुमार की पार्टी टिकेट पर आगामी लोक सभा चुनाव लड़ सकती हैं. अगर जेडीयू के खाते में यह सिट नहीं आई तो बीजेपी से भी वो अपना राजनीति में भाग्य आजमा सकती हैं.