भाकपा-माले का “भाजपा भगाओ, बिहार बचाओ” जनअधिकार पदयात्रा शुरू

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : ‘लड़के लेंगे जनअधिकार, होगा दंगा मुक्त बिहार’ के संकल्प व ‘भाजपा भगाओ-बिहार बचाओ’ के आह्वान साथ आज दरभंगा के ऐतिहासिक पोलो मैदान से “भाजपा भगाओ-बिहार बचाओ’ जनअधिकार यात्रा शुरू हुई।दरभंगा से चलकर माधोपुर, बोचहां, मुजफ्फरपुर, कुढ़नी, सराय और हाजीपुर होते हुए मजदूर दिवस 1 मई को पटना के गांधी मैदान में आयोजित ‘जनअधिकार महासम्मेलन’ में शामिल होने जा रहे हजारों पदयात्रियों की अगुआई करने के लिए भाकपा-माले महासचिव कॉ. दीपंकर भट्टाचार्य भी पिछली शाम ही दरभंगा पहुंच चुके थे।भाकपा-माले के राज्य सचिव कॉ. कुणाल, माले पोलित ब्यूरो के सचिव व मिथिलांचल प्रभारी कॉ. धीरेंद्र झा, केंद्रीय कमेटी के सदस्य कॉ. संतोष सहर, दरभंगा जिले के सचिव कॉ. बैद्यनाथ यादव तथा आर के साहनी, लक्ष्मी पासवान, सत्यनारायण मुखिया, जमालुद्दीन, सदीक भारती, शिवन यादव, नन्दलाल ठाकुर, रामाशीष साह आदि समेत जिले के वरिष्ठ माले भी इस अवसर पर मौजूद थे। ‘पोलो मैदान से गांधी मैदान’ तक होनेवाली इस पदयात्रा में शामिल होने के लिए रविदास सेवा संघ के सचिव बलिराम राम व रणजीत राम, बेदारी कारवां के नेता नजरे आलम व प्रो.राहत अली, एआइपीएफ के नेता रि. कर्नल लक्ष्मेश्वर मिश्रा, इंसाफ मंच के राज्य उपाध्यक्ष नियाज अहमद व मोहम्मद इम्तेयाज़ भी स्थानीय पोलो मैदान पहुंचे।वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अजित कुमार चौधरी, डॉ. शब्बीर अहमद, प्रो.हृषिकेश झा, प्रो. सुरेंद्र प्र. सुमन, प्रो. रामबाबू आर्य, सेवानिवृत अधिकारी धनेश्वर यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेमचन्द सिन्हा, साहित्यकार शंकर प्रलामी, प्रो. अवधेश कुमार सिंह (प्राचार्य, कला महाविद्यालय) आदि ने भी इस मौके पर पोलो मैदान पहुंचकर फ़ूल-मालाओं के साथ जनअधिकार यात्रा में शामिल होनेवाले पदयात्रियों का स्वागत गर्मजोशी भर स्वागत किया।अखिल भारतीय किसान महासभा, अखिल भारतीय ग्रामीण व खेत मजदूर सभा (खेग्रामस), ऐपवा, ऐक्टू, आइसा, इंकलाबी नौजवान सभा, बिहार राज्य रसोइया संघ के सैकड़ों कार्यकर्ता व नेता भी अपने झंडों-बैनरों के साथ जनअधिकार पदयात्रा में शामिल हुए। यात्रा का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ माले नेता तथा अखिल भारतीय खेग्रामस नेता कॉ. धीरेंद्र झा ने कहा कि गरीबों, दलित-पिछड़ा खेत मजदूर-किसानों, छात्र-नौजवानों, महिलाओं व अकलियतों की भागीदारी के साथ आज से बिहार के हर हिस्से से चलकर 1 मई को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान पहुंचनेवाली जनअधिकार पदयात्रा राज्य में बढ़ती साम्प्रदायिक हिंसा, दलित उत्पीड़न और महिला हिंसा बर्बरतापूर्ण घटनाओं और इसे मोदी-नीतीश राज द्वारा दिये जा रहे संरक्षण के खिलाफ है।जनअधिकार पदयात्रा जनता के हक-अधिकारों पर इन सरकारों द्वारा किये जा रहे हमलों के खिलाफ है तथा भूमि सुधार, गरीबों के लिए वास-आवास-खेती की जमीन, बटाईदार किसानों को कानूनी अधिकार, स्कीम वर्करों के लिए स्थायी काम व समैन, सबको एक समान व उन्नत शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधा, सबको सम्मानजनक रोजगार तदलितों-महिलाओं-मुसलमानों की सुरक्षा व सम्मान के सवालों पर आयोजित हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मिथिलांचल की चिरलंबित बाढ़-सुखाड़ की तबाही, बंद पड़ी अशोक पेपर मिल, चीनी मिलों, सुता मिलों, जुट मिलों से हुए अनऔद्योगिकरण व बेरोजगारी, मक्का किसानों के फसल क्षति मुआवजा तथा संघ-भाजपा द्वारा भाषा व संस्कृति पर किया जा रहा हमला भी यहां हो रही यात्रा के प्रमुख सवालों में शामिल है।

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