प.चम्पारण से परवेज आलम की रिपोर्ट
सिटी पोस्ट लाइव : सिकटा प्रखण्डाधिन महमदवा गांव में शनिवार को एक भैंस पुल में गिर गयी।जिससे भैंस की मौत घटना स्थल पर ही हो गई। भैंस की मौत सुनकर आक्रोशित ग्रमीणों ने पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष (ज.द. यू. ) म.अनीश अख्तर के अध्ययक्षता में विरोध प्रदर्शन किया।म.अख्तर ने बताया कि यह पुल 1999 में बनाया गया था। बनाते समय विभागीय पदाधिकारियों के मिलीभगत से गुणवत्ता पर ध्यान नही दिया गया जिसका दुष्परिणाम आज सबके सामने है। मात्र बीस वर्षों में पुल का क्षतिग्रस्त होना कई संकेतो के परिचायक है। अधिकारियों और संवेदक के लापरवाही का खामियाजा आज ग्रामीण भुगतने को विवश और लाचार है। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को एक वाईक सवार इसी पुल के नीचे गिर गया था तब ग्रामीणों के कड़ी मशक्कत के बाद घायल अवस्था मे उसे निकाला गया। पुनः शनिवार संध्या गोपालपुर थाना क्षेत्र के छरदवाली गांव निवासी अफरोज आलम की भैंस इसी पुल में गिर गयी जिससे उसकी मौत घटना स्थल पर ही हो गयी। आये दिन ऐसी तमाम घटनाये घटित होती आ रही है ।जो चिंता का विषय है।उन्होंने बताया कि यह पुल महमदवा गाँव से होते हुये तमाम गावों से सम्पर्क को बनाते हुवे सिकटा जाने वाली मुख्य मार्ग में अवस्थित है ।इस पुल को क्षतिग्रस्त होने से ग्रमीणों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही किसानों को भी रवि का तैयार फसल लाने या मवेशी खादों को खेत मे पहुँचाने में काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। ऐसे में इस पुल का निर्माण कराना जनहित में अतिआवश्यक है। वही प्रदर्शनकारी नेसार आलम ने बताया कि खरीफ फसलों के बुआई से पूर्व अगर इस पुल को ठीक नही कराया गया तो हम सभी ग्रामीण प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार पर आमरण अनशन करने को बाध्य हो जाएंगे और उसकी सारी जबाबदेही शासन और प्रशासन की होगी। इस प्रदर्शन में काशी मुखिया एकराम मियाँ, मोख्तार आलम, म. मुतूजां, रामेश्वर मुखिया,सीताराम बिन,गणेशराम, भूखल राम सहित दर्जनों के संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया।