अमित शाह से माफी मंगवाने पर अड़े कांग्रेस, बुधवार को भी नहीं चला संसद में शून्यकाल
सिटी पोस्ट लाइव : राज्यसभा में बुधवार को राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह द्वारा एक दिन पहले की गई टिप्पणी को वापस लेने की मांग कर रहे कांग्रेस के सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। बुधवार सुबह सदन की बैठक शुरू होने के कुछ देर बात ही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बैठक जब दोबारा शुरू हुई तो विपक्ष के सांसदों ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया।
इसकी वजह से सभापित ने दो बजे तक के लिए सदन स्थगित कर दिया। बाद में दो बजे जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई तो अमित शाह के बयान को लेकर तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) और कांग्रेस सांसदों का विरोध प्रदर्शन राज्यसभा में फिर से शुरू हो गया। टीएमसी सांसद सभापति के आसंदी तक आ गए, जो प्रधानमंत्री जवाब दो के नारे लगा रहे थे। गृहमंत्री राजनाथ सिंह जवाब देने के लिए अपनी सीट पर खड़े हुए, लेकिन सभापति ने हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया। उल्लेखनीय है कि हंगामे की वजह से लगातार तीसरे दिन राज्यसभा में शून्यकाल नहीं चल सका है।
बुधवार को सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम. वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज रखवाए। फिर उन्होंने कहा कि कई सदस्यों ने नियम 267 के तहत नोटिस दिए हैं, जिन्हें उन्होंने अस्वीकार कर दिया है, क्योंकि जिस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए यह नोटिस दिए गए हैं, उस मुद्दे पर चर्चा मंगलवार को हो चुकी है। इसी दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए आसन से मांग की कि भाजपा अध्यक्ष द्वारा मंगलवार को की गई टिप्पणी को वापस लिया जाए। अन्य सदस्यों ने भी शर्मा की बात से सहमति जताई।