हेल्लो प्रधानमंत्री जी, हम तीन बहनें तीन दिनों से भूखी हैं, कुछ करिए प्लीज
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस ने वैसे लोगों के सामने भुखमरी की समस्या पैदा कर दी है, जो रोज कमाते-खाते हैं. पिछले 14 दिनों से चल रहे लॉक डाउन में फंसे लोग भोजन पानी के लिए तरस रहे हैं. लॉक डाउन से पहले गरीब लोगों के लिए किसी तरह की तैयारी नहीं किये जाने की वजह से ये संकट बड़ा हो गया है. हालांकि इस संकट की घड़ी में स्वयंसेवी संस्थाएं, आम लोग गरीबों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं, लेकिन ये नाकाफी साबित हो रहा है.
सरकार, प्रशासन और आमलोग मजबूर और बेसहारा लोगों की बढ़चढ़कर सहायता करने में जुटे हैं. बिहार के भागलपुर जिले में लॉकडाउन (Lockdown) के कारण एक ही परिवार की तीन लड़कियां जो प्रतिदिन काम कर अपना पेट पालती है अपने काम पर नहीं जा पा रही थी. काम नहीं होने के वजह से उनके घर में खाने को कुछ भी नहीं था. इस कारण उसके घर में तीनों बहनें भूखी प्यासी थीं. काम छूट जाने वजह से तीन दिनों से भूखी बहनों ने सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के हेल्पलाइन नम्बर- 1800118797 पर फोन कर दिया.कॉल मिलते ही पीएमओ ने तुरंत एक्शन लिया और जिला प्रशासन को मामले की जानकारी दी.
पीएमओ से जानकारी मिलते ही आनन-फानन में जगदीशपुर के अंचलाधिकारी सोनू भगत पका हुआ भोजन एवं सूखा राहत सामग्री को लेकर मौके पर पहुंचे. तीनों बहनों को भरपेट भोजन कराया.जिले के बरारी थाना क्षेत्र के बड़ी खंजरपुर निवासी तीनों बहनों ने बताया कि उनके पिता सनोज रजक की तीन साल पहले ट्रेन हादसे में मौत हो गई थी. मां और भाई की नौ साल पहले करंट लगने से मौत हो गई थी. मां-पिता की मौत के बाद बड़ी बहन गौरी के दूसरों के घरों में काम कर किसी तरह लालन पालन कर रही हैं.जगदीशपुर के अंचलाधिकारी सोनू भगत ने बताया कि तीनों बहनों ने अखबार से लेकर पीएमओ के हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया था. जिसके बाद पीएमओ से जिला प्रशासन को मिले निर्देश के आलोक में आधे घंटे के अंदर भोजन तैयार कर तीनों बहनों को उपलब्ध कराया गया। साथ ही बहनों को खाने के लिए सूखा राशन दिया गया.उन्होंने बताया कि तीनों बच्चियों को किसी भी आवशयकता के लिए अपना मोबाइल नम्बर भी दिया है.