सिटी पोस्ट लाईव : कश्मीर में बीजेपी- पीडीपी की गठबंधन टूटने के बाद सियासत गरमा गयी है. इसे लेकर पूरे देश में सियासत तेज है. वही इस बीच आज कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू हो गया है. जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लगने का पुराना इतिहास रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले चार दशकों में आठवीं बार राज्यपाल शासन लगा है. जम्मू कश्मीर में गिरी महबूबा सरकार के बाद अमरनाथ यात्रा पूरी होने तक वहां के राज्यपाल नरेन्द्र नाथ वोहरा का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है।
वोहरा को जून 2008 में राज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था और उनका दूसरा कार्यकाल 27 जून को खत्म हो रहा है. आपको बता दें कि दक्षिणी कश्मीर के कई जिले होते हुए अमरनाथ धाम की वार्षिक यात्रा होती है जो 26 अगस्त को खत्म होगी. ख़बरों के मुताबिक 82 वर्षीय एन.एन. वोहरा को तीन या छह महीने का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है. बीजेपी के एक नेता ने बताया – “यह सच है कि जम्मू और कश्मीर को एक नया राज्यपाल मिलेगा लेकिन कुछ समय के लिए एन.एन. वोहरा ही सबसे अच्छा च्वाइस हैं और वह कम से कम अमरनाथ यात्रा पूरी होने तक अपने पद पर बने रहेंगे.” उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करना है क्योंकि हाल के महीनों में दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद काफी बढ़ा है. वहीँ श्रीअमरनाथ श्राइन बोर्ड के प्रमुख के तौर पर वोहरा ने यात्रा का सफलतापूर्वक आयोजन किया है. कश्मीर और यात्रा को लेकर सुरक्षा के बारे में उनकी जानकारी बेहतर है.