सेलिब्रिटी बन गई है बिहारी मजदूर की बिटिया, साइकिल से पिता को लेकर आई थी बिहार

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : लॉकडाउन (Lockdown) में अपने बीमार पिता को हरियाणा के गुरुग्राम से साइकिल से लेकर बिहार पहुंची ज्योति (Cycle Girl Jyoti) अब दुनिया भर में मशहूर हो चुकी है. बिहार के योजना और विकास मंत्री महेश्वर हजारी ने दरभंगा की बेटी ज्योति को आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. मंत्री ने कहा है कि वो 50 हज़ार रुपये की आर्थिक मदद देने के साथ ही ज्योति की 12th तक पढ़ाई का खर्च भी उठाएंगे. मंत्री ने कहा कि वो जरूरत पड़ने पर बिहार सरकार की तरफ से भी ज्योति को हर संभव मदद दिलवाने की कोशिश करेंगे.

दरअसल, लॉकडाउन के दौरान ज्योति ने अपनी साइकिल पर पिता को बिठाकर हरियाणा के गुरुग्राम से बिहार के दरभंगा तक 1200 किलोमीटर की दूरी सात दिन में तय की थी. इस साहसिक काम की लगातार प्रशंसा हो रही है. ज्योति के नाम की चर्चा विदेशों में भी है यही कारण है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ने भी ज्योति की तस्वीर को ट्वीट करते हुए उसकी प्रशंसा की थी. इवांका ने अपने ट्वीट में लिखा,  15 साल की ज्योति कुमारी ने अपने जख्मी पिता को साइकिल से सात दिनों में 1,200 किमी दूरी तय करके अपने गांव ले गई. सहनशक्ति और प्यार की इस वीरगाथा ने भारतीय लोगों और साइकलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है.

ज्योति के इस जज्बे की सराहना भारतीय साइकिलिंग फेडरेशन ने भी की है. दरअसल फेडरेशन ज्योति के इस कारनामे से आश्चर्यचकित है. भारतीय साइकिलिंग फेडरेशन ने ज्योति को अगले महीने ट्रायल के लिए दिल्ली बुलाया है. फेडरेशन के चेयरमैन ओंकार सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अगर आठवीं क्लास की छात्रा ज्योति यह ट्रायल पास कर लेती है, तो आईजीआई सपोर्ट कॉम्प्लेक्स में स्थित स्टेट-ऑफ-द-आर्ट नेशनल साइकिलिंग एकेडमी में ट्रेनी के रूप में चयनित हो जाएगी. गौरतलब है कि यह एकेडमी स्पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधीन आता है और यह एशिया की सबसे विकसित साइकिल एकेडमी है. यह खेलों के अंतराष्ट्रीय संस्था यूसीआई से भी मान्यता प्राप्त संस्था है.

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