नए मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद से टूट रहे चालान के सारे रिकॉर्ड
सिटी पोस्ट लाइव : नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद चालान के सारे रिकॉर्ड दिल्ली-एनसीआर में टूट रहे हैं. हरियाणा में 23 हजार रुपये से प्रारम्भ हुआ चालान 1.16 लाख तक पहुंचा व जनता में इतनी दहशत हो गई कि सरकार ने चुनावी चक्कर में इस प्रक्रिया को अघोषित रूप से बंद कर दिया. लेकिन दिल्ली पुलिस कोई रहम नहीं बरत रही. एक तरफ दिल्ली सरकार जुर्माना कम करने पर विचार कर रही है तो दूसरी ओर पुलिस ने एक ओवरलोड ट्रक का 2 लाख 500 रुपये का चालान काट दिया. ट्रक मालिक ने पैसा तो जमा कर दिया लेकिन अब वो सवाल उठा रहे हैं. उनका बोलना है कि उन्हें खुद नहीं पता कि इतना चालान कैसे हुआ. ये तो हमारे साथ ज्यादती है.
बता दें नए नियम लागू होने के बाद से पूरे देश में लोगों के मन में भय का माहौल कायम है. इस नए कानून के कड़े नियम ने लोगों को सोंचने पर मजबूर कर दिया है कि गाड़ियों को सड़क पर लेकर जाएं या ऑफिस जाने या किसी अन्य काम के लिए, प्राइवेट वाहनों का इस्तेमाल करें. हालांकि कई राज्य ऐसे हैं जहां इस नियम को लागू भी नहीं किया गया है. जिनमें पश्चिम बंगाल शामिल है. बताते चलें कि हरियाणा में तो चालान की सारी हदें ही पार हो गई. पिछले दिनों रेवाड़ी में एक ट्रक का 1.16 लाख रुपये का चालान किया गया था. गुरुग्राम में एक ट्रैक्टर चालक का 59 हजार रुपये का चालान कटा. फरीदाबाद में एक बुलेट चालक का 41000 रुपये का चालान हुआ. फरीदाबाद में ही एक बुलेट चालक का 35 हजार रुपये का चालान हो चुका है. गुरुग्राम में एक ऑटो चालक का 32500 रुपये का चालान कट चुका है.
जाहिर है नियम जो भी बनते हैं वो आम लोगों की भलाई के लिए ही. हेलमेट पहनना और गाड़ियों के कागजात खुद की सुरक्षा के लिए ही होती है. लेकिन जब कानून की मार पीठ के वजाय सर पर पड़े तो तकलीफ ज्यादा होती है. हम नहीं कहते कि इस कानून में परिवर्तन किया जाए लेकिन क्या आम नागरिकों से इतनी वसूली करना ठीक है. क्या लोगों को अपने गाड़ियों के कागजात को सही करवाने का समय नहीं दिया जाना चाहिए.