सिटी पोस्ट लाइव : केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के 159 वीं बटालियन मुख्यालय में नक्सली कांडों को अंजाम देने वाला सक्रिय जोनल नक्सली कमांडर नवलेश भुइंया उर्फ अर्जुन पिता रामपाल भुइंया ग्राम जगतपुर थाना भदवर जिला गया का निवासी किया। सीआरपीएफ 159 वीं बटालियन मुख्यालय के समक्ष आत्मसमर्पण। नवल भुइयां उर्फ अर्जुन ने केरिपुबल, बिहार पुलिस तथा प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। भा.क.पा. माओवादी जोनल कमाण्डर। केन्द्रीय रिजर्य पुलिस बल, कोबरा एवं अभियान दल के लगातार ऑपरेशन और इलाके में सुदढ नाकेबंदी से जीवन के उपर बढ़ते हुए खतरे एवं नक्सली कमाण्डरों के पक्षपात पूर्ण रवैये तथा दुर्वव्यवहार से तंग आकर लगातार 20 वर्षों से नक्सल संगठन में जुड़े जोनल कमाण्डर नवल भुईयों उर्फ अर्जुन ने नक्सल संगठन छोड़ने का फैसला किया।
इस फैसले के बाद इन्होंने अपने विभिन्न स्त्रोतों के माध्यम से केरिपुबल अधिकारियों से संपर्क किया और आत्मसमर्पण करने की इच्छा जतायी तथा छकरबन्दा इलाके से सुरक्षित निकालने में मदद करने का अनुरोध किया। इनके अनुरोध पर केरिपुबल एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच वार्ता करने के उपरान्त इन्हें उथित मदद का आश्वासन दिया गया। आश्वासन के उपरांत उपरोक्त जोनल कमाण्डर ने माओवादी पार्टी छोड़कर केरिपुबल अधिकारियों से संपर्क किया और इन्हें केरिपुबल टीम एवं पुलिस द्वारा सुरक्षित तरीके से बाहर निकाल लिया गया। जोनल कमाण्डर नवल भुईयाँ उर्फ अर्जुन के उपर गया में 09 और औरंगाबाद में कुल 38 नक्सल मामले दर्ज है।
जिसमें से इस वर्ष में मध्य विद्यालय, सोनदाहा, थाना-बांकेबाजार, जिला-गया को बम से उड़ाने, वर्ष 2019 में 205 कोबरा कमाण्डों के साथ पचरूखिया जंगल के नजदीक, छकरबंधा जंगली क्षेत्र में भीषण मुठभेड़ जिसमें 205 कोबरा के उपनिरीक्षक रौशन कुमार शहीद हुये थे, वर्ष 2016 में 205 कोबरा के साथ एकरूपईवा,थाना-लुटूआ में नक्सलियों के साथ भीषण मुठभेड़, जिसमें नक्सल सबजोनल कमाण्डर अनिल राय मारा गया था, वर्ष 2016 में ही 205 कोबरा के साथ सतनदीया नाला, थाना-देव में नक्सलियों के साथ भीषण मुठभेड़, जिसमें 03 नक्सली मारे गये थे, वर्ष 2016 में डुमरीनाला में 205 कोबरा के साथ मुठभेड़ एवं आई.ई.डी. ब्लास्ट,जिसमें 205 कोबरा के 10 जवान शहीद हुये थे, वर्ष 2016 में बंधुबिगहा, देव में रोड़ में आई.ई.डी. विस्फोट कर कोबरा जवान को मोटरसाईकिल सहित उड़ाने, जिसमें 01 जवान शहीद हुआ था।
इसके साथ ही जोनल कमांडर फ्लावरलेस भैया ने बताया कि मैं पड़ताल मुझे बहुत झेलना पड़ा और दलित को साथ भेदभाव किया जाता है और मुझे सिर्फ गुमराह किया गया है मैं जिस बात को लेकर संगठन में जुड़े थे वह मेरी बातें पूरी नहीं हुई और सिर्फ गुमराह किया जाता है जिससे मैं फैसला लिया कि मुख्यधारा से जुड़े। इसके लिए मैं पुलिस पदाधिकारी को धन्यवाद देता हूं। संजय कुमार पुलिस उपमहानिरीक्षक- के० रि० पु० बल रेंज पटना ने बताया कि नवल भुइंया भाकपा जोनल कमांडर थे आत्मसमर्पण करने का फैसला लिया सुरक्षित जंगल से निकाला गया संगठन छोड़ मुख्यधारा से जुड़ गए मुख्यधारा से जूड़ने के लिए इनको स्वागत है बिहार सरकार के आत्मसमर्पण नीति के तरफ से लगभग ढाई लाख रुपया अन्य भी सुविधाएं शीघ्र दी जाएगी ।