सिटी पोस्ट लाइव, रांची: रांची की चर्चित योग शिक्षिका राफिया नाज एक फिर कट्टरपंथियों के निशाने पर है। धार्मिक कट्टपंथियों द्वारा उसे बच्चों को योग सिखाने का काम को छोड़ने की धमकी दी जा रही है,अन्यथा परिणाम भुगतने की चेतावनी दी जा रही है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि चार वर्ष की छोटी उम्र से योग करने वाली और अब बच्चों को योग सीखा रही योग शिक्षिका राफिया नाज को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराने में नाकाम कर रही है। उन्होंने कहा कि योग शिक्षिका को लगातार धमकियां मिल रही है, जिससे राफिया नाज और उनके पूरे परिवार की सुरक्षा खतरे में पड़ गयी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2015-16 से राफिया को धमकी मिल रही है, पूर्ववर्ती रघुवर दास सरकार में उन्हें सुरक्षा भी उपलब्ध करायी गयी थी, लेकिन हेमंत सोरेन सरकार ने सुरक्षा को वापस ले लिया है। बाबूलाल मरांडी ने बताया कि राफिया को मोबाइल पर और विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से धमकियां मिल रही है, यहां तक कि असामाजिक तत्वों द्वारा उनके घर पर पथराव भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब राफिया राज्य के पुलिस महानिदेशक एम.वी.राव से शिकायत करती है, वे भी उनके साथ बेरूखी से व्यवहार करते है। पुलिस के पास शिकायत करने पहुंचती है, उसे योग अभ्यास बंद करने और बच्चों को योग की शिक्षा बंद करने की सलाह के साथ ही मोबाइल फोन व सोशल मीडिया का उपयोग नहीं करने के लिए बोला जाता है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा है और केंद्र सरकार से भी सुरक्षा की गुहार लगाएंगे।
इस मौके पर योग शिक्षिका ने बताया कि योग किसी धर्म विशेष से नहीं जुड़ा है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है, योग अभ्यास के कारण ही अब तक वह जीवित है। वहीं उनका धर्म इस्लाम और कुरान आत्महत्या की इजाजत नहीं देता है। राफिया ने कहा कि योग का मतलब सिर्फ हिन्दू या भाजपा नहीं है, जिस योग को पूरी दुनिया ने अपना लिया, उसका विरोध किया जाना उचित नहीं है, यह स्वास्थ्य और जीवन से जुड़ा विषय है, यह भारतीय संस्कृति का मसला है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी कई बार उनके साथ हादसा हुआ है, मौत को नजदीक से देखा है, दरिन्दों ने उन्हें नोंचने की कोशिश की, उनके कार को ट्रक ने धक्का मारा और सिर से निकलते खून के साथ मौत को काफी नजदीक से देखा है। ऐसी स्थिति में यदि के साथ कोई हादसा होता है, तो इसके लिए पूरा सिस्टम और सरकार दोषी है। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों को योग सिखाने में उन्होंने अपनी कमाई को भी लगाने का काम किया है और राष्ट्रीय स्तर पर इन बच्चों ने योग में देशभर में नाम रौशन किया है,ऐसे में यदि कोई कहता है कि सिर्फ सुरक्षा हासिल करने के लिए वह स्टंट कर रही है, तो बेमानी होगी।