मुजफ्फरपुर में महिला की छाती पर चढ़कर ग्रामीणों ने पिलाया मैला.
सिटी पोस्ट लाइव : मुज़फ़्फ़रपुर की फूलमतिया देबी लॉक डाउन में किये गए अपने चिरहरण को जीवन भर नहीं भुला पायेगी. 55 साल की फूलमतिया देबी (बदला हुआ नाम) का एक विडियो सोशल मीडिया में वायरल है जिसमें उनके साथ अमानवीय बर्ताव करते लोग नज़र आ रहे है. .सुदमिया बताती है “गांव वालों से बचने के लिए हम लोग बहुत भागे, लेकिन उन लोगों ने हम लोगों को पकड़ लिया. रात भर पीटते रहे, ब्लाउज़ फाड़ दिया, साड़ी फाड़ डाला और छाती पर चढ़ कर मैला (मानव मल का घोल) पिलाया. सुबह गाछी में ले जाकर बाल काट दिए.”
श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज में भर्ती फूलमतिया देबी कहती हैं, “तबीयत ठीक नहीं है. मैला पिलाया तो पूरा दिन कुछ खाने का मन नहीं किया. उल्टी करते-करते परेशान हो गए, अभी दू गो सुईया(दो इंजेक्शन)पड़ा है.” बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर ज़िले का ये पूरा मामला सोशल मीडिया पर वॉयरल हुए एक वीडियो के ज़रिए सामने आया. चार मई की देर शाम वॉयरल हुए इस वीडियो में तीन महिलाओं के कपड़े फंटे हुए, उनके बालों को काटते हुए, उनके साथ मार पीट और उन्हे जबरन मैला पिलाते लोग नज़र आ रहे हैं.वहीं महिलाएं ख़ुद का बचाव करने की कभी कोशिश करते हुए तो कभी भावना शून्य दिख रही हैं.
फूलमतिया देबी अभी मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी में भर्ती हैं.तीन मई को सुदमिया देबी की दो बहनें सुबह आई थी. इसमें से एक बहन को लगा कि उस पर भूत चढ़ा हुआ है जिसको उतारने के लिए वो गांव आई थीं. भूत उतारने का तंत्र मंत्र करने के लिए ही तीन अप्रैल की रात तीनों महिलाएं और घर के ही एक पुरूष जो भूत उतारने के लिए भजन गाते हैं वो इलाक़े की रेलवे लाइन के पास तंत्र मंत्र करने लगे.
फूलमतिया देबी के बेटे आगे कहते हैं, “मां, मौसी और बाबा पूजा कर ही रहे थे कि रात तक़रीबन 10 बजे गांव के फुलवारी टोले के 25 आदमी आए और सबको पकड़ ले गए. उन्होंने श्याम सहनी के घर पर रात भर इन लोगों को रखा, मारा पीटा, कपड़े फाड़ दिए और चार मई की सुबह 9 बजे श्याम सहनी के घर से गाछी की तरफ़ ले गए. जहां उनके साथ मार पीट की, बाल छील दिए और मैला पिलाया.”
इस मामले में इन तीन महिलाओं के साथ मार पीट करके उन्हें मैला पिलाया गया. फ़िलहाल मुज़फ़्फ़रपुर मेडिकल कॉलेज में फूलमतिया देबी हैं.पूरे गांव की तरह ही फूलमतिया देबी के 36 साल के बेटे भी इस पूरी घटना के गवाह बने.फूलमतिया देबी के बेटे हरियाणा में मज़दूरी करते हैं. होली के दौरान वो घर आए थे और लॉकडाउन के चलते वापस काम पर नहीं लौट पाए.
साहू टोला के कुछ लोगों ने फूलमतिया देबी को बचाने की कोशिश की तो उनको डरा धमका कर भगा दिया.उसके बेटे को भी गाली गलौच करके दूर रहने को कहा गया.बाद में फूलमतिया देबी , उनकी बहनों को छोड़ दिया गया. जिसके बाद वो घर लौटे. दिन भर ये लोग भूखे पेट रहे और उल्टी करते रहे. देर शाम वीडियो वॉयरल होने के बाद स्थानीय पुलिस ने छापेमारी की और इस मामले में हथौड़ी थाने में वॉयरल वीडियो के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की.
मुज़फ़्फ़रपुर के एस एस पी जयंत कांत ने बताया कि इस मामले में 15 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है जिसमें से नौ लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है. बाक़ी अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी जारी है. वॉयरल वीडियो के आधार पर 10 लोगों की पहचान की गई है.फूलमतिया देबी के बेटे का कहना है-“हमारे साथ उन लोगों ने ऐसा क्यों किया, इसका कोई कारण मुझे नहीं मालूम. बिना किसी लड़ाई झगड़े के उन्होने मेरी मां को डायन कहकर मैला पिलाया. मैं चाहता हूं कि उन्हें क़ानून में जो उचित दंड लिखा है वो मिले. बाक़ी पुलिस ने इस मामले में मेरे भतीजे अरूण साहनी को भी पकड़ लिया है, जो पूरी तरह ग़लत है.”गौरतलब है कि पीड़ित परिवार का पेशा ओझा गुनी का है. ये परिवार ओझा गुनी यानी तंत्र मंत्र के अलावा मज़दूरी करके अपना जीवन गुज़र बसर करता है. फूलमतिया देबी और उनकी एक बहन के पति की मृत्यु हो चुकी है.