सिटी पोस्ट लाइव :गया एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के प्रति जिम्मेवार बनाने के लिए एक अनोखी पहल की शुरुवात की है. गश्ती ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मी अब क्यूआर (QR) कोड स्कैन कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे. नई प्रणाली के तहत बोधगया शहर में गश्ती दल कहीं भी हो, उन्हें होटल, बैंक, मंदिर और हॉटस्पॉट क्षेत्र में लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर अपनी लोकेशन बतानी होगी. इसी से उनकी उपस्थिति भी दर्ज होगी. अफसरों को पुलिसकर्मियों की लोकेशन का पता चल सकेगा और लापरवाही बरतने पर कार्रवाई भी की जा सकेगी. शहर में कई जगहों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं.
गया एसएसपी आशीष भारती के अनुसार बोधगया में नई प्रणाली के तहत क्यूआर कोड आधारित ई-बीट सिस्टम को अपनाया गया है. बोधगया के विभिन्न होटल, मंदिर, बैंक, हॉटस्पॉट और भीड़भाड़ वाले इलाके में क्यूआर कोड लगाए गए हैं. कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में भी इस प्रणाली को लागू किया जाएगा, ताकि गश्ती करने वाली पुलिस टीम अपनी ड्यूटी में लापरवाही न बरत सके. उन्होंने बताया कि इसकी जिम्मेदारी विभिन्न थाना के प्रभारियों को दी जाएगी और वही गश्ती दल का डाटा मेंटेन करेंगे.
पहले बीट डायरी के माध्यम से गतिविधियों को मैनुअल रिकॉर्ड करना पड़ता था. उसमें हेरफेर की गुंजाइश होती थी, लेकिन नई प्रणाली के तहत अब ड्यूटी में तैनात गश्ती दल का फोटो, समय और दूरी के आधार पर निगरानी की जा सकती है. इस व्यवस्था से बीट पुलिस को अपने मोबाइल फोन से रूट में लगे क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा. ऐप आधारित क्यूआर कोड कैमरे का उपयोग करता है. इससे वरिष्ठ अधिकारी और कंट्रोल रूम रियल टाइम मॉनिटरिंग कर सकेंगे.
जैसे ही क्यूआर कोड स्कैन होगा प्रभारी अधिकारी को न सिर्फ पुष्टि मिल सकेगी, बल्कि ऐप में दर्ज दूरी का भविष्य की पुलिसिंग और योजना के लिए इस्तेमाल भी किया जा सकेगा. फिलहाल 46 क्यूआर कोड बोधगया के विभिन्न रूटों पर लगाए गए हैं. आने वाले दिनों में प्रमुख आभूषण दुकान, बैंक और होटल में भी ये कोड लगाए जाएंगे, जहां पेट्रोलिंग दल को नियमित नजर रखनी होती है. स्कूल, बैंक और शिक्षण संस्थानों में पुलिस गस्त तेज करने के तहत जल्द ही क्यूआर कोड की संख्या बढाई जाएगी.