सिटी पोस्ट लाइव : IPS अधिकारी दीपक वर्णवाल संकट में हैं.अपने अमर्यादित बयान को लेकर वो चर्चा में हैं.सबसे पहले उनके मातहत काम करनेवाले बिहार पुलिस के एक इंस्पेक्टर ने गाली देने का आरोप लगाया था.अब एक महिला अधिकारी ने उनके ऊपर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए सेवा-निवृति की मांग की है. दो दिनों के भीतर ये दूसरा मौका है जब बिहार पुलिस के इंस्पेक्टर रैंक के दो अधिकारियों ने किसी आईपीएस पर संगीन आरोप लगाए हैं. स्पेशल ब्रांच के एसपी पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर महिला पुलिस इंस्पेक्टर ने वीआरएस का फैसला ले लिया है.
आईपीएस अधिकारी और स्पेशल ब्रांच के एसपी (A) दीपक वर्णवाल (IPS Deepak Barnwal) के खिलाफ उनके कनीय पदाधिकारियों ने मोर्चा खोल दिया है.शनिवार को इंस्पेक्टर अजय सिंह द्वारा दीपक वर्णवाल के ऊपर अमर्यादित आचरण और अभद्र व्यवहार करने एवं गाली-गलौज करने के आरोप का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि रविवार को एक महिला पुलिस इंस्पेक्टर (Bihar Lady Inspector) ने दीपक वर्णवाल के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए रिटायरमेंट के 9 साल पहले ही वीआरएस (VRS) के लिए आवेदन दिया है इसका खुलासा हुआ है.
महिला इंस्पेक्टर का आरोप है कि एसपी दीपक वर्णवाल उनको अपमानित करते रहते हैं .उनका कहना है कि अपमान और जलील होकर उनसे नौकरी करना संभव नहीं लगता है. अजय सिंह और अंशु कुमारी दोनों 1994 बैच के पुलिस अधिकारी हैं. अंशु कुमारी ने वीआरएस के कारणों में लिखा है कि सम्मान से समझौता नहीं किया जा सकता है, इसलिए पुलिस की नौकरी छोड़ना बेहतर है. इस महिला पुलिस इंस्पेक्टर ने लिखा है कि उनके साथ हुए व्यवहार से पूरा परिवार दुखी है.
मानसिक तौर पर भी वो परेशान हैं.वीआरएस के लिए अंशु कुमारी ने पिछले 26 जुलाई 2021 को ही बेगूसराय के एसपी को एक पत्र भेजा था जिसकी कॉपी डीजीपी, आईजी हेड क्वार्टर और बेगूसराय के डीआईजी को भेजी गई थी. दीपक वर्णवाल आईपीएस रैंक के अधिकारी हैं और अंशु कुमारी का कहना है कि वो उनसे लड़ने में सक्षम नहीं हैं, इसलिए चुपचाप नौकरी छोड़ना ही बेहतर समझती हैं.