पटना जंक्शन को उड़ाने की डेढ़ साल पहले दी गई धमकी, अब सोशल मीडिया पर वायरल
मचा हड़कंप : डॉग स्क्वॉयड व बम निरोधी दस्ते ने की सघन जांच
पटना जंक्शन को उड़ाने की डेढ़ साल पहले दी गई धमकी, अब सोशल मीडिया पर वायरल
सिटी पोस्ट लाईव : जिस खबर को लेकर पटना और गया पुलिस की नींद उड़ गई ,वह झूठी निकली . दरअसल ,18 माह पहले माओवादियों ने पटना और गया स्टेशन को उड़ाने की धमकी दी थी. इस संबंध में पर्ची चस्पा की गई थी. 18 माह पुरानी सूचना को रविवार की शाम सोशल मीडिया में फिर से वायरल कर दिया गया.सोशल मीडिया पर पटना जंक्शन व गया जंक्शन को उड़ाने की धमकी वायरल होते ही रेल पुलिस के नींद उड़ गई थी.. फौरन अलर्ट जारी कर दिया गया. रेल एसपी अशोक कुमार सिंह और दानापुर मंडल के वरीय कमांडेंट चंद्रमोहन मिश्र पटना जंक्शन पहुंच गए. डॉग स्क्वायड और बम निरोधी दस्ते तक को भी बुला लिया गया. यहां से गुजरने वाली ट्रेनों की सघन जांच शुरू हो गई. सभी प्लेटफार्म पर यात्रियों व उनके सामान की तलाशी ली भी ली गई.
रेल एसपी ने स्थानीय पुलिस से पटना जंक्शन से सटे इलाके में अलर्ट रहने की एडवाइजरी जारी कर दिया . पटना पुलिस भी चौकस हो गई और महावीर मंदिर व करबिगहिया छोर पर विशेष निगरानी की जाने लगी. पटना जंक्शन व इससे सटे इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे पर पैनी नजर रखने के लिए कई अधिकारी तैनात कर दिए गए.गया जंक्शन पर भी जीआरपी व आरपीएफ की टीम ने ट्रेन से लेकर स्टेशन व पूरे रेल परिसर और पार्किंग स्थल की जांच शुरू कर दी. किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए पटना और गया स्टेशन पर बने पुलों पर जवानों को तैनात कर दिया गया.रात भर अफरा तफरी का माहौल पटना और गया जंक्शन पर बना रहा.
जांच पड़ताल में जुटी पुलिस को पता चला कि वायरल न्यूज़ एक साल पुराना है., रेल एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि दरअसल 18 माह पहले माओवादियों ने पटना और गया स्टेशन को उड़ाने की धमकी दी थी. 18 माह पुरानी सूचना को रविवार की शाम सोशल मीडिया में फिर से वायरल कर दिया गया. उन्होंने कहा कि अफवाह पर ही अलर्ट घोषित किया गया है. बकौल रेल एसपी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. रेल पुलिस ने वायरल धमकी को गंभीरता से लिया है. सभी पुलिस अधिकारियो को चौकस रहने का आदेश दिया गया है.