सिटी पोस्ट लाइव, चतरा: देश में भले ही बाल विवाह और डायन जैसी कुप्रथाओं को तिलांजलि दे दी गई हो, मगर हकीकत इससे कोसों दूर है। आज भी भारत में कई जगह बाल विवाह होते ही है, कई महिलाओं को डायन बताकर मारा पीटा जाता है और उनसे अभद्र व्यवहार किया जाता है। कई दफा तो डायन होने का लांछन लगाकर उनसे कुकृत्य किया जाता है, जो कि बेहद शर्मनाक है। चतरा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के लूतीडीह गांव में भी सोमवार को एक ऐसी ही खबर सामने आई है, जहां महिला को डायन बताकर दबंगों ने न सिर्फ बेरहमी से मारपीट कर उसे घर में बंद कर दिया, बल्कि आग लगाने के भी प्रयास किए गए। इतना ही नहीं मां को बचाने आए उसके बेटों पर भी दबंगों ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया। इस मामले में पीड़िता ने सिमरिया थाने में नामजद मामला दर्ज करवाया है। महिला ने गांव के कपिल साव, पुरण साव, गायत्री देवी, सहदेव साव आदि को नामजद आरोपित बनाते हुए थाने में मामला दर्ज कराया है।
मिली जानकारी के अनुसार गांव में डायन बिसाही को लेकर एक पंचायत बैठी। जिसमें पंचायत के ठेकेदारों ने महिला को देवास जाने के लिए कहा तो उन्होंने साफ इंकार कर दी। इसके बाद गांव के कुछ दबंगों ने दूसरे दिन महिला को गालियां दी और मारपीट शुरू कर दी। घर के बाहर हल्ला सुनकर महिला के बेटे भी निकल आए और मां को इस हालत में देखकर बचाने के लिए दौड़ै। दबंगों ने उन दोनों पर भी हमला कर दिया और लाठी- डंडे से पीट-पीटकर उन्हें घायल करके घर में बंद करके आग के हवाले करने का प्रयास किया। महिला और उसके बेटे जैसे तैसे अपनी जान बचाकर थाना पहुंचे। इधर घटना की जांच पुलिस कर रही है। दूसरी ओर लोक प्रेरणा केंद्र की सदस्य अनीता मिश्रा ने कहा इस मामले में पुलिस को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए और पीड़ित को कानूनी सहायता के साथ इंसाफ मिले।