रिमांड होम की पीड़िता से समाज कल्याण विभाग में हुई पूछताछ, उठे फिर कई सवाल

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव :पटना सिटी के गाय घाट रिमांड होम का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पीड़िता ने समाज कल्याण विभाग के निदेशक राज कुमार से मिलने पहुंची. उसके साथ महिला विकास मंच की 4 सदस्यों की टीम भी थी. हालांकि विभाग के ऑफिस पहुंचने पर महिला सदस्यों को बाहर ही रोक दिया गया.निदेशक के पास बंद कमरे में पीड़िता का बयान लिया गया. पीड़िता से पूछताछ में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के 2 सदस्यों की टीम भी है. जांच के दौरान कैमरा लगाने की मांग की गई थी, लेकिन कैमरा नहीं लगाया गया.

पीड़िता दोपहर 1:17 बजे विभाग में पहुंच गई. फ्रेजर रोड में स्थित महिला विकास मंच के कार्यालय में जांच के लिए विभाग के अधिकारी पहुंचे.. महिला विकास मंच ने सवाल किया है कि जब अन्य अधिकारी वहां जा रहे हैं तो फिर पीड़िता को विभाग क्यों बुलाया गया? मामले में निर्भया केस की वकील सीमा समृद्धि ने गुरुवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. उन्होंने कहा है कि मामले में अधिकारी संवेदनशील तरीके से काम नहीं कर रहे हैं. पटना की सड़कों पर एक बेटी न्याय की भीख मांग रही है, लेकिन पुलिस ने अभी तक FIR दर्ज नहीं की है.

उन्होंने मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाने की मांग की है.इस कमिटी में कमिटी महिला विकास मंच को भी मेंबर बनाया जाना चाहिए.अब तक इस लड़की का मेडिकल चेकअप हो जाना चाहिए था. घटना में तुरंत FIR हो और रिमांड होम की सुपरिटेंडेट वंदना गुप्ता को सस्पेंड किया जाए. तुरंत एक्शन नहीं लेने वालों को भी सस्पेंड किया जाए. किस-किस डेट में किस-किस काउंसलर ने काउंसिलिंग की, ये सब कुछ सामने आना चाहिए.यह मामला मीडिया में आने के बाद पटना हाई कोर्ट ने इस पर स्वतः संज्ञान लिया है.

 महिला रिमांड होम से जुड़े मामलों को देखने वाली वकील मीनू कुमारी का दावा है कि वहां रहने वाली 5 लड़कियां लापता हैं. इनमें 2 लड़कियां बांग्लादेश की रहने वाली थीं. वर्तमान में ये लड़कियां कहां हैं ? किस हाल में हैं ? इस बारे में उन्हें कुछ भी नहीं पता है. वकील मीनू कुमारी लड़कियों के लगातार संपर्क में थीं, लेकिन अब उनसे कोई बात नहीं हो पा रही है.

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