सिटी पोस्ट लाइव : बालू के अवैध कारोबार से जुड़कर करोड़ों रूपये की सम्पति बना चुके अधिकारियों के खिलाफ कारवाई जारी है.बिहार सरकार के सीओ और थानेदार पर अवैध संपत्ति और बालू के अवैध कारोबार में सहयोग का आरोप लगने के बाद ईओयू ने दो बड़े अधिक्कारियों के खिलाफ कार्रवाई की है. आर्थिक अपराध इकाई की टीम बुधवार को दो सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. आर्थिक अपराध इकाई की टीम पटना के पालीगंज के तत्कालीन अंचलाधिकारी राकेश कुमार और भोजपुर के संदेश के पूर्व थानाध्यक्ष पंकज कुमार के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. आय से अधिक संपत्ति मामले में डीएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में पटना से लेकर गया तक चार ठिकानों पर छापेमारी चल रही है.
आर्थिक अपराध इकाई के सूत्रों की मानें तो लगभग 100 ऐसे पदाधिकारी हैं जिन्होंने बालू की अवैध खुदाई की आड़ में भारी मात्रा में अवैध संपत्ति अर्जित की है.भ्रष्टाचार अधिनियम 1988 यथा संशोधित 2018 के तहत पूर्व अंचलाधिकारी राकेश कुमार के गया स्थित रामपुर गोरैया स्थान और राजधानी पटना के रूपसपुर के कालीकट नगर स्थित आवास पर छापेमारी चल रही है साथ ही पंकज कुमार जो संदेश के पूर्व थानाध्यक्ष हैं, उनके गया के कोच में और छोटकी नवादा इलाके स्थित आवास में एक साथ छापेमारी चल रही है. आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि इन दोनों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला उजागर होने के बाद आर्थिक अपराध इकाई के थाने में ही केस दर्ज किया गया था.
न्यायालय से आदेश मिलने के बाद आज इन स्थानों पर छापेमारी चल रही है. आर्थिक अपराध इकाई के सूत्रों की मानें तो लगभग 100 ऐसे पदाधिकारी हैं जिन्होंने बालू की अवैध खुदाई की आड़ में भारी मात्रा में अवैध संपत्ति अर्जित की है और ऐसे अफसरों को एक-एक कर खंगाला जा रहा है. देखना होगा कि आज की छापेमारी में इन दोनों सरकारी मुलाजिमों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की कितनी जानकारी मिल पाती है. अभी कुछ दिन पहले स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने जेल विभाग के एआईजी रूपक कुमार ठिकानों पर छापेमारी कर 10 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति का मामला उजागर किया था.