सिटी पोस्ट लाइव :भ्रष्टाचार के खिलाफ बिहार सरकार का अभियान जारी है.अब बिहार पुलिस का एक इंस्पेक्टर लपेटे में आ गया है.बिहार पुलिस के इंस्पेक्टर कमलेश प्रसाद शर्मा के खिलाफ शुक्रवार को दर्ज हुई FIR के बाद शनिवार को इनके ठिकानों पर छापेमारी हुई है. EOU की जांच में इंस्पेक्टर कमेलश प्रसाद शर्मा और इनकी पत्नी रश्मि शर्मा के करोड़ों की सम्पति सामने आई है.इनके पास 2 करोड़ 3 लाख 25 हजार 170 रुपए की चल-अचल संपत्ति मिली है. 11 बैंक अकाउंट्स के डिटेल्स मिले हैं जिनमे 92 लाख 80 हजार 770 रुपए कैश जमा हैं.
पटना में आरा गार्डन के श्रेया अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 104 में छापेमारी चल रही थी. इस फ्लैट आरा गार्डन में इलाके में ही आर्चिड रेसिडेंसी में भी इनका एक फ्लैट 401A है. दोनों ही फ्लैट इंस्पेक्टर की पत्नी के नाम से है. फ्लैट खरीदने पर 31 लाख 37 हजार 400 रुपए का खर्च दिखाया गया है जबकि इसका वास्तविक बाज़ार मूल्य बहुत ज्यादा है.साल 1994 में कमलेश प्रसाद शर्मा ने बतौर सब इंस्पेक्टर बिहार पुलिस में ज्वाइन किया था. इनकी पोस्टिंग अबतक भागलपुर, बांका, बेगूसराय, पटना, STF, नालंदा, गया और CID में रही है. साल 2014 में इनका प्रमोशन इंस्पेक्टर में हो गया था. सैलरी के रूप में अब तक करीब 1 करोड़ 88 लाख 41 हजार 215 रुपए की आमदनी इन्हें हुई है.1 करोड़ 57 लाख 48 हजार 435 रूपये की ये संपत्ति खरीद चुके हैं.
ADG नैयर हसैनन खान के अनुसार 11 बैंक अकाउंट्स के अलावा इनके पास से पोस्ट ऑफिस व दूसरे जगहों पर इंवेस्टमेंट के कई डॉक्यूमेंट्स मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है. इनके सारे बैंक अकाउंट्स को फ्रीज करवा दिया गया है. इनके चल-अचल संपत्ति को खंगाला जा रहा है.इंस्पेक्टर कमलेश वर्तमान में राजधानी के जक्कनपुर थाना के थानेदार हैं. जक्कनपुर से पहले पटना जिले में ही बख्तियारपुर के थानेदार थे.इनके खिलाफ जो कार्रवाई चल रही है, उसका कनेक्शन बख्तियारपुर से ही है. आरोप है कि बख्तियारपुर में थानेदारी करते हुए इंस्पेक्टर ने अवैध तरीके से अकूत संपत्ति अर्जित कर ली है. इनके ऊपर जमीन की दलाली करने का आरोप भी है. वहां प्लॉट भी इन्होंने खरीद रखा है.
बख्तियारपुर में पोस्टिंग के दरम्यान ही इनके खिलाफ EOU में कंप्लेन दर्ज हुआ था.इसके बाद ADG नैयर हसनैन खान के निर्देश पर EOU के अधिकारी ने शर्मा की पूरी संपत्ति का ब्यौरा खंगालना शुरू कर दिया. जांच में शिकायतें सहीं निकली तो कारवाई शुरू हो गई.29 अक्टूबर को इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की FIR नंबर 22/2021 दर्ज की गई थी और ठीक 31 दिन बाद इनके ठिकानों पर छापेमारी शुरू हो गई.