सिटी पोस्ट लाइव : मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की बैठक के वीडियो के वायरल होने के मामले में बड़ी कारवाई हुई है.कुछ सप्ताह पहले वायरल हुए इस विडियो को लेकर काफी विवाद हुआ था. इस मामले में विडियो बनाने वाले दो अवर निबंधकों पर कार्रवाई कर दी गई हैं. पूर्वी चंपारण के पकड़ीदयाल के अवर निबंधक अहमद हुसैन और मधुबनी के बाबूबरही के प्रणव शेखर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया हैं.
गौरतलब है कि मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. जिसमें वह बिहार प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी सहित बिहार के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी.वीडियो वायल होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को इसकी जांच का जिम्मा दिया था. सुबहानी की रिपोर्ट के बाद यह कार्रवाई हुई है.विडियो बनाने वाले अधिकारियों को सजा दी गई है.
विभाग की अधिसूचना में कहा गया है कि विभागीय बैठक का वीडियो रिकॉर्डिंग कर इसे प्रसारित करने के मामले में उक्त दोनों अवर निबंधकों से स्पष्टीकरण मांगा गया था. लेकिन उनकी तरफ से संतोषप्रद उत्तर नहीं दिया गया. दोनों निबंधन कार्यालयों का निरीक्षण कराया गया था.पकड़ीदयाल के अवर निबंधक के बारे में जांच टीम ने रिपोर्ट दी कि अहमद हुसैन अपने समनपुरा स्थित आवास से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग की बैठक में शामिल होते थे. संदेह से बचने के लिए उन्होंने अपने आवास को ही कार्यालय का रूप दे दिया था. इसलिए उनके द्वारा वीडियो प्रसारित करने की आशंका व्यक्त की गई है. माना गया है कि यह कार्य सरकारी सेवक के आचरण के अनुकूल नहीं है.
इस आरोप में अहमद हुसैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला निबंधन कार्यालय बांका तय किया गया है. बाबूबरही के अवर निबंधन कार्यालय की भी जांच की गई. अवर निबंधक प्रणव शेखर से पूछताछ के बाद जांच दल ने उनके द्वारा वीडियो प्रसारित करने की आशंका व्यक्त की. बिना अनुमति के ऐसा करने पर विभाग ने प्रणव शेखर को भी निलंबित किया है. निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला निबंधन कार्यालय जमुई तय किया गया है.