सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में पूर्ण शराबबंदी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सबसे महत्वपूर्ण योजना है.वो जी -जान से इसे सफल बनाने में जुटे हैं.लेकिन सरकार के अधिकारी और पुलिसवाले जिनके कंधे पर शराबबंदी को कामयाब बनाने की जिम्मेवारी है, वहीं शराबबंदी का मखौल उड़ा रहे हैं.कहीं पुलिसवाले शराब तस्करों से तालमेल कर ले रहे हैं तो कहीं सरकारी अधिकारी अपने दफ्तर को मयखाना बना दे रहा है.अब तो हद हो गई है.एक पुलिस वाले ने शराब के नशे में जज के चेंबर में घुस गया.जब हंगामा करने लगा तो उसकी जांच हुई.वह नशे में था.उसे तुरत जेल भेंज दिया गया.
हालांकि शराब के नशे में गया ज़िले के शेरघाटी अनुमंडल कोर्ट परिसर में दादागिरी दिखाना एक सब इंस्पेक्टर को महंगा पड़ गया. ब्रेथ एनालाइज़र मशीन से जांच में शराब पीने की पुष्टि होने के बाद इस दारोगा को जज के चैंबर में ही गिरफ्तार कर लिया गया.दरोगा को जेल हाजत में बंद भी कर दिया गया.इस बार दादागिरी करने के लिए उन्होंने गलत जगह चुन लिया. जो सिपाही उन्हें सेल्यूट करते थे, उन्होंने ही आदेश मिलते ही सब इंस्पेक्टर को हाजत में बंद कर दिया.
गुरुवार की दोपहर शेरघाटी थाना में पदस्थ सब इंस्पेक्टर पवन मिश्रा सिविल ड्रेस में किसी काम से अनुमंडल कोर्ट आए. इस दौरान वे एसीजेएम विमलेंदु कुमार के चैंबर में घुस गए और वहां बैठे पेशकार से किसी काम को लेकर बहसबाजी करते हुए हंगामा करने लगे. बीच-बीच में वह चिल्ला भी रहे थे. सरकारी काम में बाधा हुई सो अलग. इससे कोर्टकर्मियों को शक हुआ कि कहीं सब इंस्पेक्टर ने शराब तो नहीं पी रखी. इसके बाद एसीजेएम के आदेश पर सिपाहियों ने मिश्रा को हिरासत में ले लिया और जेल हाजत में बंद कर दिया.आमस थाना पुलिस को सुपुर्द करने से पहले नशे में धुत सब इंस्पेक्टर को कोर्ट लॉकअप में करीब 5 घंटे बंद रखा गया. फिर इसकी सूचना आमस थाना पुलिस को दी गई. मौके पर पुलिस ने पहुंचकर शराबी सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया.