सिटी पोस्ट लाइव :राजधानी पटना के आनंदपुरी में 16 सितंबर की रात हुई गोलीबारी की घटना को अपराधियों ने कैमरे में भी कैद किया था.अपराधी फायरिंग कर रहे थे और उनका एक साथी उनका विडियो बना रहा था. एक अपराधी बाइक चला रहा था, पीछे बैठा दूसरा अपराधी गोली चला रहा था.दूसरी बाइक से तीसरा अपराधी गोलीबारी का वीडियो बना रहा था. अपराधियों ने ऐसा इसलिए किया था कि उन्हें फायरिंग का टेंडर देने वाले शख्स ने उनसे सबूत मांगा था. मोबाइल से अपराधियों का बनाया यह वीडियो पटना पुलिस को फायदा पहुंचा गया.
बुधवार को पटना पुलिस ने इस पूरे कांड का खुलासा कर दिया है. पुलिस के अनुसार आनंदपुरी में रिटायर्ड कृषि पदाधिकारी ललन सिंह के मकान में ख्याति कंस्ट्रक्शन के मालिक व बिल्डर राकेश सिंह उर्फ गुड्डू रहते हैं. सिटी एसपी सेंट्रल अम्बरीश राहुल के अनुसार बिल्डर को डराने और धमकाने के लिए जमीन के कारोबारी से जुड़ा बुद्धा कॉलोनी के रहने वाले और जमीन का धंधा करने वाले रमेश के भतीजे अमित यादव ने इन अपराधियों को हायर किया था. इन्हें 1.50 लाख रुपए का टेंडर दिया गया था. ऑनलाइन पेमेंट के जरिए 68 हजार रुपए भी अपराधी के अकाउंट में ट्रांसफर किए गए थे.
गोलीबारी के इस मामले में पुलिस ने कुल तीन अपराधियों को पकड़ा है. इसमें गोली चलाने वाला शख्स बिहार पुलिस के सिपाही मनोज पांडेय का बेटा प्रिंस पांडेय है. 17 साल से पटना में रह रहा प्रिंस 12वीं का स्टूडेंट है. जिस बाइक पर यह बैठा था, उसे मोतिहारी का रहने वाला रौशन चला रहा था. जबकि, मोबाइल से वीडियो पटना में किराना दुकान चलाने वाले का बेटा अतुल ने बनाया था. गोलीबारी से पहले इन लोगों ने गाली-गलौज भी की थी. घर के बाहर तीन बार गए थे. वहां की रेकी किए थे. कम उम्र के इन लड़कों का जल्द से जल्द रुपए कमाने का शौक था.
वारदात के दिन अपराधियों ने ईलाके में दहशत पैदा करने के लिए कुल 5 गोलियां घर के बाहर चलाई थी.firing के बाद वहां से टेंडर देने वाले अमित को कॉल कर काम होने की जानकारी दी थी. सबूत के तौर पर उसे वीडियो भी भेजा. इन अपराधियों का कॉल डिटेल निकालने पर ही पुलिस को अमित यादव का पता चला. इस घटना के पीछे रोड रेज का नाम दे रहे थे मगर, पुलिस के आगे इनकी चालाकी काम नहीं आई.CCTV फुटेज और इनपुट के आधार पर पुलिस टीम इन तक पहुंच पाई है.