यूपी-बिहार की ट्रेनें टाइम बम से उड़ाने की फिराक में हैं आतंकी

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में आतंकी ट्रेन को निशाना बनाने की तैयारी में जुटे हैं. दरभंगा में ट्रेन में blast करने में भले वो नाकाम हो गये लेकिन अभी भी ट्रेनों को उड़ाने की उनकी योजना है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) भारत में बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की कोशिशों में जुटी है. उसके निशाने पर बिहार और उत्तर प्रदेश जाने वाली ट्रेनें हैं. इन ट्रेनों में बड़ी संख्या में मजदूर सफर करते हैं. इसी वजह से ट्रेनों में खासी भीड़ होती है. लिहाजा, ISI ने इन ट्रेनों में टाइमर के जरिए ब्लास्ट करने की साजिश रची है, ताकि जान-माल का नुकसान ज्यादा हो.

बिहार रेल पुलिस के एक विभागीय पत्र के अनुसार ISI किस तरह से आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रच चुकी है. दरअसल, 17 जून को दरभंगा स्टेशन पर हुए पार्सल ब्लास्ट के बाद बिहार रेल पुलिस और फिर दूसरी जांच एजेंसियों ने जो इंक्वायरी की है, उसमें सबसे खौफनाक साजिश चलती ट्रेन में बम ब्लास्ट की है. बिहार रेल पुलिस के लेटर के अनुसार, पाकिस्तान की ISI ने पंजाब में अपने स्लीपर सेल को टाइमर के साथ एक बम देने की पेशकश की है. तारों को जोड़ो और तैयार ट्रेन में बम को लगाओ. बम को उस ट्रेन में लगाने को कहा गया है, जिसमें बिहार और उत्तर प्रदेश के मजदूर आते-जाते हैं. लेटर में लिखा है कि मजदूरों को निशाना बनाकर कानून-व्यवस्था बिगाड़ी जा सकती है.

इस लेटर को बिहार रेल पुलिस मुख्यालय ने तमाम रेल SP, SDPO, SHO और OUT POST इंचार्ज को जारी किया है. सभी को विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है. इन्हें रेल एडमिनिस्ट्रेशन, RPF और लोकल पुलिस के तालमेल से सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम करने को कहा गया है.रेल पुलिस मुख्यालय की तरफ से जारी आदेशों के बाद पटना जंक्शन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यहां सिक्योरिटी टाइट कर दी गई है. डॉग और बम स्क्वॉड की मदद से स्टेशन के अंदर और बाहर लगातार गश्त की जा रही है. हर एक पैसेंजर के बैग को चेक किया जा रहा है. इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और CCTV के जरिए स्टेशन के हर एरिया में कड़ी नजर रखी जा रही है. ट्रेनों से उतरने वाले पैसेंजर्स को भी चेक किया जा रहा है. चलती ट्रेनों के अंदर सिविल ड्रेस में रेल पुलिस की टीम को लगाया गया है.
ट्रेन से आए पार्सल और रेलवे मेल सर्विस के हर एक बैग को चेक गया है. पैसेंजर्स से अपील की गई है कि स्टेशन या ट्रेन के अंदर किसी संदिग्ध वस्तु को न छुएं। नजर पड़ते ही रेल पुलिस या RPF को इसकी जानकारी देने को कहा गया है.स्टेशन, ट्रेन और उसमें सवार पैसेंजर्स की सुरक्षा को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय भी अलर्ट हो गया है. ADG रेल निर्मल कुमार आजाद एक हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं. इसमें बिहार रेल पुलिस के तमाम सीनियर अधिकारियों के साथ-साथ RPF के अधिकारी भी शामिल हैं. ट्रेन और पैसेंजर्स की सेफ्टी और सिक्योरिटी को लेकर कई पॉइंट्स पर मंथन चल रहा है. चलती ट्रेन में टाइम बम के इस्तेमाल को रोकने और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए नई रणनीति तैयार की जा रही है.

लखनऊ में 2 आतंकियों की गिरफ्तारी के ठीक बाद बिहार की ट्रेनों में बम विस्फोट की योजना के तार 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर हुए पार्सल ब्लास्ट से जुड़ रहे हैं. नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी NIA ने इस ब्लास्ट में हैदराबाद से जिस इमरान मलिक और मोहम्मद नाशिर खान को गिरफ्तार किया था, वे ISI के आतंकी थे. दोनों शामली जिले में कैराना के रहने वाले थे. इनके वॉट्सऐप मैसेज से सुराग लगाकर कैराना से इनके दो साथियों कफील और सलीम को भी पकड़ा जा चुका है.

पार्सल रिसीव होने और विस्फोट का मिशन पूरा होने की जानकारी इमरान ने अपने पाकिस्तानी आका और ISI हैंडलर इमरान काना को वॉट्सऐप के जरिए दी थी. इमरान और नाशिर के घर से IED बम बनाने का सामान भारी मात्रा में बरामद हुआ था. इस बार लखनऊ से पकड़े गए अंसार गजवातुल हिन्द के आतंकी मिनहाज और मसिरुद्दीन उर्फ मुशीर के घर से भी IED बम बनाने का सामान बरामद हुआ था. माना जा रहा है कि इस बार भी पंजाब के आतंकी को मैसेज भेजने वाला कोई और नही पाकिस्तानी एजेंट इमरान काना ही है.

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