बोधगया सीरियल ब्लास्ट विस्फोटों से दहलाने वाला आतंकी हैदर अली, बोधगया में सीरियल ब्लास्ट को उसने महज विस्फोट कों से नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के बाद विदेश भागने की भी योजना थी
सिटी पोस्ट लाईव : आज बोध गया सीरियल ब्लास्ट मामले में सजा पर सुनवाई एनआइए कोर्ट पटना में शुरू हो चुकी है.इस मामले में अभियुक्तों को दोषी ठहराए जाने के बाद सजा सुनाई जानी है.कल ही सजा सुनाई जानी थी. लेकिन सुनवाई पूरी नहीं हो पाई थी. बोधगया सीरियल ब्लास्ट से देश को दहलाने वाला आतंकी हैदर अली ने बोधगया में सीरियल ब्लास्ट को महज विस्फोटकों की मारक क्षमता का अंदाज लगाने के लिए अंजाम दिया था. उसकी असली योजना तब देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मारने की थी.
ऍनआईए ने खुलासा किया था कि हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी ने नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के बाद विदेश भागने के फिराक में था. वह अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान भागने वाला था लेकिन पकड़ा गया. गौरतलब है कि पटना में एनआइए की विशेष अदालत ने हैदर अली के साथ बोधगया सीरियल ब्लास्ट मामले में रांची के ही इम्तियाज अंसारी, मुजीबुल्लाह अंसारी और रायपुर के उमर सिद्दीकी व अजहरुद्दीन कुरैशी को दोषी करार दिया है. आज सजा पर अंतिम सुनवाई हो रही है.
बोधगया व पटना में सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने के बाद हैदर को उमर सिद्दीकी व अजहरुद्दीन कुरैशी ने रायपुर में शरण दी थी. उसे एनआइए की टीम ने रायपुर से 21 मई, 2014 को गिरफ्तार किया था. हैदर अली इतना शातिर है कि पकडे जाने पर खुद को विवेक बताकर एनआइए को चकमा देने की कोशिश की थी.लेकिन एनआइए के अधिकारियों ने उसके पास से बरामद दो-दो मतदाता परिचय पत्र के जरिये माजरा समझ गई. एक विवेक सिन्हा के नाम से तथा दूसरा आलोक तिर्की के नाम से इसने मतदाता परिचय पत्र बनवा रखा था. दोनों ही वोटर आइडी पर हैदर की तस्वीर लगी थी.एनआइए ने अपनी जांच के दौरान जुटाए साक्ष्यों के आधार पर अदालत को यह भी बताया है कि नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी ने आत्मघाती जैकेट तक की व्यवस्था कर रखी थी. वह पटना में दिनांक 27 अक्टूबर, 2013 को बीजेपी की हुंकार रैली में इस जैकेट के साथ नरेंद्र मोदी पर आत्मघाती हमला करने वाला था.
रांची के इरम लॉज में तैयार इस आत्मघाती जैकेट का जब टेस्ट किया गया तब उस टेस्ट में आत्मघाती जैकेट फेल हो गया और उसने ऐन वक्त पर इस आत्मघाती जैकेट के इस्तेमाल की योजना टाल दी थी. एनआइए की टीम ने सीठियो और इरम लॉज से यह आत्मघाती जैकेट भी बरामद कर लिया था. जिसे एक जंगल में ले जाकर विस्फोट से उड़ा दिया गया था.