सिटी पोस्ट लाइव : पुलिस ने फर्जी कागजात के आधार पर इंटर का मूल प्रमाण पत्र लेने आये एक युवक को बीआरबी कॉलेज से हिरासत में ले लिया। कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को उस युवक के बारे में पुलिस को सूचना दी थी। गिरफ्तार युवक का नाम मो. अताउल्लाह बताया गया है। कॉलेज के प्राचार्य वीरेन्द्र चौधरी ने मुफस्सिल थाना में आवेदन भी दिया है। इसमें कहा है कि मो. अताउल्लाह नाम का युवक कॉलेज के विज्ञान काउंटर पर इंटरमीडियट का मूल प्रमाण पत्र लेने आया था। क्लर्क गोपाल प्रसाद भगत ने जब उसे लड़के के इंटर के सत्र 2013 के अंकपत्र का अवलोकन किया तो उस पर अंकित कोड कॉलेज के कोड से मेल नहीं खा रहा था। क्लर्क ने पूछताछ शुरू कर दी। लेकिन कोई भी जवाब युवक सही से नहीं दे रहा था।
उसके पास बीआरबी कॉलेज के नाम पर जो प्रमाण पत्र था वह भी फर्जी था। प्राचार्य ने मुफस्सिल थाना को मामले से अवगत कराया। जिस पर पुलिस कॉलेज पहुंची और युवक को अपनी गिरफ्त में लेकर थाना लाया। जहां उससे पूछताछ की जा रही है। इस संबंध में मुफस्सिल थाना अध्यक्ष प्रवीण कुमार मिश्रा ने बताया कि युवक का सत्यापन किया जा रहा है।
युवक ने बताया कि उसने नेपाल से ही मैट्रिक की पढ़ाई पूरी की थी. इसके बाद वह अपने मित्र के साथ बैंगलोर गया था. जहां पर वर्ष 2013 का इंटर उत्तीर्ण का प्रमाण पत्र मिल गया। प्रमाण पत्र देने वाले ने उसे कॉलेज के बारे में भी जानकारी दी थी। उसी इंटर के प्रमाण पत्र पर बैंगलोर में न्यू हॉरिजन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिग से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उसने सिविल संकाय से इंजीनियरिग की। नौकरी के लिए नेपाल में ही प्राइवेट कंपनी से बात हुई। जहां पर मूल प्रमाण पत्र की मांग की गई थी। जिसके बाद युवक प्रमाण पत्र लेने के लिए कॉलेज पहुंचा था।
अरब व नेपाल के अलावा भारतीय रुपया मिला, युवक के पास से काफी मात्रा में विदेशी रुपया भी था। उसके पास से अरब व नेपाल के अलावा भारतीय रुपया भी मिला। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया। युवक के पास मिले शिक्षा संबंधी दस्तावेजों से साफ झलक रहा है किस तरह शिक्षा माफिया सरकारी तंत्र पर हावी है और फर्जी प्रमाण पत्र दिए जा रहे हैं. वहीं, यह नेपाल की पहचान पत्र रखने वाला यह युवक बिहार के मोतिहारी इलाके से भी आवासीय प्रमाण पत्र प्राप्त कर लेता है और कोई पड़ताल भी सही ढंग से नहीं होती है.